
जयपुर। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने एक बार फिर अपने ही विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए विभागीय अफसरों पर गंभीर सवाल उठाएं हैं। विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट की झड़ी लगाते हुए एक के बाद एक 9 ट्वीट करके पर्यटन विभाग की कमियों को उजागर करते हुए मुख्यमंत्री से इन्हें सुधारने के लिए साथ देने का आग्रह किया है।
विश्वेंद्र सिंह ने पर्यटन विभाग की बदहाली के लिए अफसरों करो जिमेदार ठहराते हुए गंभीर सवाल उठाए हैं।
विश्वेंद्र सिंह ने पर्यटन विभाग की बदहाली के लिए अफसरों करो जिमेदार ठहराते हुए गंभीर सवाल उठाए हैं। अब तक नई पर्यटन नीति तक नहीं बना पाने, कोराना बाद पर्यटन को बढ़ाने की कोई कार्ययोजना अफसरों द्वारा नहीं बनाने पर विश्वेंद्र सिंह ने गहरी नाराजगी जाहिर की है। विश्वेंद्र सिंह ने पर्यटन विभाग के कुछ अफसरों को हटाने और कासर्रवाई करने के लिए सीएम से सहयोग मांगा है।
मैंने बहुत लंबे समय तक, अपने स्वभाव और कार्य नैतिकता के खिलाफ जा कर बहुत सारी चीजों पर चुप्पी बनाए रखी थी लेकिन मेरे सीएम अशोक गहलोत ने हमेशा पारदर्शिता और ईमानदारी की वकालत की है और मैं अब पर्यटन विभाग की कमियों को साझा करने के लिए मजबूर हूं।
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विभाग के अधिकारी मेरे निरंतर प्रयासों और पहलों के बावजूद, उच्च पर्यटन वृद्धि प्राप्त करने और नए उत्पादों को पेश करने के प्रति उदासीन हैं। पिछले डेढ़ वर्षों में, विभाग एक पर्यटन नीति पेश करने में असमर्थ रहा है। विश्वेंद्र सिंह ने लिखा है, कि यहाँ नए गाइड्स की कोई भर्ती नहीं हुई है और विभाग को पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार से एक भी स्वदेश दर्शन परियोजना नहीं मिल पाई है।
एक भी राज्य पर्यटन परियोजना का उद्घाटन नहीं किया गया है और न ही पर्यटन अधिकारियों की कोई नई भर्ती हुई है। दो एमडी बदले जाने के बावजूद, आरटीडीसी की पुनरुद्धार योजना का कोई ठिकाना नहीं है। विभाग की वित्तीय स्थिति बेहद चिंतनीय है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों और पर्यटन उद्योग के हितधारकों के लिए कोई प्रशिक्षण या पुनर्विन्यास नहीं किया गया है।