
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में तीन हफ्ते से भी कम वक्त रह गया है। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर रैलियों का सिलसिला शुरू कर दिया है। सोमवार को फ्लोरिडा के बाद ट्रम्प मंगलवार रात पेन्सिलवेनिया के जॉन्सटाउन पहुंचे। यहां उन्होंने डेमोक्रेट पार्टी और उसके प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट जो बाइडेन पर तंज कसे। कहा- अगर बाइडेन जीतते हैं तो चीन को फायदा होगा। वे उन टेरिफ्स यानी शुल्क को हटा देंगे जो हमारी सरकार ने चीन पर लगाए हैं।
मैंने चीन के खिलाफ सख्त फैसले किए
हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए ट्रम्प ने कहा- मैंने अपने कार्यकाल में चीन के खिलाफ सबसे सख्त फैसले किए। हमने अमेरिका में नौकरियां बचाईं। मैंने चीन पर भारी शुल्क लगाया और ये पैसा अपने किसानों को दिया। हमने चीन से अपना मुनाफा वापस लिया। इस मामले में अब भी काफी काम बाकी है। अगर बाइडेन जीतते हैं तो समझिए की चीन जीत गया। अगर मैं जीतता हूं तो पेन्सिलवेनिया जीतेगा, अमेरिका जीतेगा।

एडवाइजर्स की सलाह से भाषण
कैम्पेन के दूसरे दौर में ट्रम्प भाषण के पहले एडवाइजर्स की सलाह ले रहे हैं। पेन्सिलवेनिया और फ्लोरिडा में भाषण के लिए उन्होंने टेलिप्रॉम्पटर इस्तेमाल किए। इसका मकसद साफ था कि वे लोगों तक सही मैसेज पहुंचा सकें। यानी मुद्दों पर बात करें, इनसे भटकें नहीं। ट्रम्प कैम्पेन अब उन राज्यों पर फोकस कर रहा है जहां वह कमजोर है। राष्ट्रपति ने जॉन्सटाउन में बाइडेन पर आरोप लगाया कि वे नौकरियां अमेरिका से बाहर भेजेंगे। फैक्ट्रियां बंद कर देंगे और शहरों को तबाह कर देंगे।
भाषण देने में दिक्कत
पेन्सिलवेनियां की रैली में एक बार फिर साफ हो गया कि ट्रम्प को बोलने में दिक्कत हो रही है। हालांकि, फ्लोरिडा की तरह वे यहां भी खुद को सेहतमंद दिखाने की कोशिश करत रहे। बाइडेन पर उन्होंने कहा- मैं अमेरिकी इतिहास के सबसे खराब उम्मीदवार का सामना कर रहा हूं। इसका दबाव मुझ पर है। अगर मैं उनसे हार गया तो इस पर यकीन करना मुश्किल होगा। अब तक जो नेशनल सर्वे आए हैं उनके मुताबिक ट्रम्प अब दो अंकों (यानी 10 से ज्यादा पॉइंट्स से) से पिछड़ रहे हैं।
ट्रम्प ने नुकसान की भरपाई की कोशिश की। इसके लिए बाइडेन के दिमागी सेहत को फिर मुद्दा बनाया। कहा- बाइडेन को तो ये भी पता नहीं होता कि वे क्या कह रहे हैं। क्या मैं ऐसे व्यक्ति के खिलाफ चुनाव हार सकता हूं। अगर ऐसा हुआ तो मैं फिर कभी पेन्सिलवेनियां नहीं आउंगा।