अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने चुनाव में धांधली से किया इंकार

अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के उन दावों को खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगाए थे। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल ने कहा- जस्टिस डिपार्टमेंट को अपनी जांच में अब तक इस तरह के कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिनके आधार पर ये कहा जा सके कि धांधली की वजह से चुनाव नतीजा बदल सकता था।

अटार्नी जनरल विलियम बार का यह बयान इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि ट्रम्प और उनकी कैम्पेन टीम लगातार चुनाव में व्यापक धांधली के आरोप लगा रहे हैं। ट्रम्प के वकीलों में कई राज्यों में चुनावी धांधली को लेकर केस भी दर्ज कराए हैं।

अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव हुआ था। डेमोक्रेट पार्टी के जो बाइडेन 306 इलेक्टोरल वोट हासिल करके चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि, औपचारिक घोषणा 14 दिसंबर को इलेक्टोरल कॉलेज की वोटिंग के बाद ही होगी। ट्रम्प को 232 वोट मिलने की संभावना है। वोटिंग और इसके बाद काउंटिंग को लेकर ट्रम्प कैम्पेन कई राज्यों में शिकायत और केस दर्ज करा चुका है। उसका आरोप है कि कई राज्यों में मेल इन बैलट्स में व्यापक गड़बड़ी हुई। कैलिफोर्निया और टेक्सास की दो अदालतें इन आरोपों को खारिज भी कर चुकी हैं। लेकिन, ट्रम्प और उनकी टीम हार मानने तैयार नहीं है।

ट्रम्प के आरोपों पर पहली बार जस्टिस डिपार्टमेंट और अटॉर्नी जनरल का रिएक्शन आया। मंगलवार को न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में विलियम बार ने ट्रम्प का नाम तो नहीं लिया, लेकिन उनके आरोपों को खारिज कर दिया। कहा- आज की तारीख में हमें इस तरह के कोई सबूत नहीं मिले, जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि चुनाव में व्यापक धांधली हुई और इससे चुनाव नतीजा बदल जाता।