
अफगानिस्तान के 65 प्रतिशत हिस्से पर तालिबान कब्जा जमा चुका है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगान नेताओं से अपनी मातृभूमि के लिए लडऩे की अपील की है। बाइडेन ने व्हाइट हाउस में कहा कि अफगान नेताओं को एक साथ आना होगा। अफगान सैनिकों की संख्या तालिबान से अधिक है और उन्हें लडऩा चाहिए। उन्हें अपने देश के लिए लडऩा होगा।
बाइडेन ने कहा कि अफगानिस्तान से सेनाएं वापस बुलाने का उन्हें अफसोस नहीं है। उन्होंने कहा कि यूएस अफगान सेना को हवाई सहायता, भोजन, इक्विपमेंट और सैलेरी देना जारी रखेगा। इसके बावजूद कि यूएस ने अफगानिस्तान में 20 साल में 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक खर्च किया और हजारों सैनिकों को खो दिया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमने अफगान बलों के 3 लाख से अधिक सैनिकों को ट्रेनिंग दी। अब उन्हें जिम्मेदारी संभालनी होगी। मालूम हो कि बाइडेन ने 11 सितंबर तक युद्धग्रस्त देश से सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी का आदेश दिया है। पेंटागन ने बताया कि अब तक वहां से 90 प्रतिशत से अधिक सैनिक स्वदेश लौट चुके हैं।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि अमेरिका उन लोगों को न्याय दिलाने के लिए अफगानिस्तान गया था जिन पर 11 सितंबर को हमला किया गया। वह उन दहशतगर्दों को तबाह करने गया था, जो यूएस पर हमला करने के लिए अफगानिस्तान को सुरक्षित पनाहगाह बनाना चाह रहे थे।