पशु चिकित्सक ने विधायक और जिला प्रमुख से कहा-आप मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते, मेरा ट्रांसफर यहां से करवाकर देख लो

सहायक विकास अधिकारी ने डॉक्टर का हाथ पकड़ कर सभा से बाहर निकाला

बांसवाड़ा। पंचायत समिति अरथूना में मंगलवार को हुई साधारण सभा चिकित्सा विभाग और पशु चिकित्सा विभाग को लेकर हंगामेदार रहा। साधारण सभा में पशु चिकित्सक राजेन्द्र गजबिया के विधायक कैलाश मीणा और जिला प्रमुख से अपशब्द और अमर्यादित भाषा में बोलने के बाद माहोल गरमा गया। जिसके बाद सहायक विकास अधिकारी ने पशु चिकित्सक को हाथ पकड़कर साधारण सभा से बाहर निकाल दिया।

कोरोना की दूसरी लहर के बाद मंगलवार को अरथूना की साधारण सभा थी। जिसमें सभी विभागों के अधिकारी, जनप्रतिनिधी और सदस्य मौजूद थे। बैठक की शुरुआत में गढ़ी विधायक कैलाश मीणा ने पशु चिकित्सक डॉ. राजेंद्र गजबिया से पूछा कि आपके अस्पताल में कार्यरत कम्पाउंडर और कर्मचारियों पर एट्रोसिटी के झूठे मुकदमे केस क्यों लगाते हो।

इस पर डॉक्टर अपनी मर्यादाएं भूलकर विधायक कैलाश अपशब्द बोलने लगा। विधायक के बचाव में जिला प्रमुख रेशम मालवीया ने भी डॉक्टर को समझाते हुए मर्यादित आचरण करने की नसीहत दी तो चिकित्सक ने जिला प्रमुख से भी कहा कि आप मेरा क्या बिगाड़ लोगे।

आप करवा सकते हो तो मेरा ट्रांसफर यहां से करवाकर देख लो। जिसके बाद साधारण सभा में उपस्थित सभी जनप्रतिनिधि खड़े होकर डॉक्टर का विरोध करने लगे। हंगामा बढ़ता देख सहायक विकास अधिकारी नरेश पंचाल ने डॉक्टर को हाथ पकड़कर सदन के बाहर निकाल दिया।

विधायक ने सदन को बताया कि अरथूना में कार्यरत पशु चिकित्सक राजेन्द्र गजबिया कोई भी कम्पाउंडर या कर्मचारी, किसी पशुपालक के घर पर पशुओं की दवाई करके आता है तो उस कर्मचारी या कम्पाउंडर को निशाना बनाकर झूठे आरोप में फंसा देता है। अगर कोई कर्मचारी सामान्य वर्ग का हो तो उस पर एट्रोसिटी का केस लगा देता है। डॉक्टर का ट्रांसफर यहां से हो चुका है फिर भी कोर्ट का स्टे लाकर यहां पर कार्यरत है।

जिला प्रमुख व विधायक ने डॉक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जौलाना सीएचसी को लेकर नाहली सरपंच प्रकाश चरपोटा ने बताया कि कार्यरत डॉक्टर सरकारी दवाई को अपने क्लिनिक पर ले जाकर मरीजों का इलाज करते हैं। उन दवाईयों के भी पैसे वसूलते हैं।

पंचायत समिति सदस्य सुशीला डामोर ने बताया कि जौलाना सीएचसी पर 35 का स्टाफ होने के बावजूद रात को एक भी डॉक्टर या कर्मचारी अस्पताल में नहीं मिलता है। ज वहीं अरथूना चिकित्सा प्रभारी नीलेश भाटिया पर नाराजगी जताते हुए अरथूना सरपंच धूलाराम चरपोटा ने कहा कि प्रभारी भाटिया चिकित्सालय में क्वार्टर होने के बावजूद भी नहीं रहते हैं।

सभा में पीडब्ल्यूडी से कोई कर्मचारी या अधिकारी नहीं आने पर प्रधान राजू मईड़ा ने विकास अधिकारी को संबंधित अधिकारी को पाबंद करने के निर्देश दिए। सभा में जिपस सुषमा ताबियार, प्रमीला पाटीदार, प्रमीला खराड़ी, समस्त सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, ग्राम विकास अधिकारी व सभी विभागीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। संचालन विकास अधिकारी कैलाशचंद्र बसेर ने किया।

वनकर्मियों ने पिकअप चालक से 2000 रुपए वसूले- प्रधान

प्रधान राजू मईडा ने वन अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जौलाना में नाका क्षेत्र में तैनात वन रक्षक व वनपाल ने एक गोबर से भरी जा रही पिकअप से जबरन 2000 रुपए वसूल कर लिए। वन विभाग के उपस्थित कर्मचारी ने कहा कि उक्त राशि की हमारे द्वारा रसीद दी गई है। सभा में कृषि कनेक्शन नहीं मिलने, अघोषित बिजली कटौती, नहरों की मरम्मत व सफाई, टेल तक पानी नहीं पहुंचने, एक ट्रांसफार्मर पर 100 से ज्यादा कनेक्शन होने पर कम वॉल्टेज की समस्याएं सदन में रखी।

साधारण सभा में मुख्य अतिथि जिला प्रमुख रेशम मालवीया, अध्यक्ष प्रधान राजू मईड़ा, विशिष्ट अतिथि विधायक कैलाश मीणा, उपप्रधान दर्शना कोठारी थे। एक्सईएन नटवरलाल ने मनरेगा संबंधित जानकारी देते हुए सभी सचिव व सरपंच को नरेगा में हो रहे कार्यों पर सिटीजन बोर्ड लगाने की अपील की।

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