प्रो.अभिमन्यु ने बढ़ाया जोधपुर का मान, आयुर्वेद दवाओं की क्लिनिकल ट्रायल करने वाली केंद्रीय समीक्षा टीम के सदस्य बने

Pro. Abhimanyu Kumar
Pro. Abhimanyu Kumar

केन्द्रीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) एवं आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त रूप से कोविड-19 पर चार आयुष औषधियों पर चल रहे चिकित्सीय अनुसंधान परीयोजनाओं की गतिविधियों एवं प्रगति की समीक्षा के लिये विज्ञान एवं औद्योगिक अनुसंधान मंत्रालय, भारत सरकार, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार एवं केन्द्रीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) द्वारा गठित उच्च स्तरीय निगरानी समिति में प्रो. अभिमन्यु कुमार, माननीय कुलपति, डॉ. एस. आर. राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर को सदस्य बनाया गया है।

प्रो. अभिमन्यु कुमार उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, देहरादून के कुलपति, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली के निदेशक तथा राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर में प्रोफेसर पद पर कार्य कर चुके हैं

ज्ञातव्य है कि केन्द्रीय वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) के पूर्व महानिदेशक डॉ. वी. एम. कटोच की अध्यक्षता में गठित वैज्ञानिकों की टीम द्वारा कोाविड-19 पर चार आयुष औषधियों पर क्लिनिकल ट्रायल की केन्द्रीय वैज्ञानिक एवं औधोगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) एवं आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की संयुक्त परियोजना को प्रारभ किया गया है, जो देश के विभिन्न केन्द्रों में संचालित हो रही है। गठित उच्च स्तरीय निगरानी समिति क्लिनिकल ट्रायल से सम्बंधित सभी गतिविधियों एवं प्रगति की समय-समय पर समीक्षा करके भारत सरकार को अवगत करायेगी।

प्रो. कुमार उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, देहरादून के कुलपति, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली के निदेशक तथा राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर में प्रोफेसर पद पर कार्य कर चुके हैं। प्रो. कुमार ने कानपुर से स्नातक, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से बालरोग विभाग में एम.डी. एवं पी.एच.डी., अन्नामलाई यूनिवर्सिटी से एप्लाईड साईकोलोजी में एम.एससी. तथा अमेरिका की मियामी यूनिवर्सिटी से प्रोटे शन ऑफ ह्यूमन सोशियल बिहेवियर रिसर्च में अध्ययन किया है।

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प्रो. कुमार ने 32 वर्षों के शैक्षणिक कैरियर में 03 पुस्तकों का लेखन किया है, देशविदेश में 151 शोध-पत्रों के प्रकाशन के साथ-साथ 68 शोध-अध्येताओं को एम.डी. तथा 10 डॉक्टरेट अध्येताओं का मार्गदर्शन किया है।

प्रो. कुमार ने दो अन्तर्राष्ट्रीय तथा दो राष्ट्रीय अनुसंधान परियोजनाओं का संचालन किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के मध्य एमओयू में भारतीय पक्ष की तीन सदस्यीय तकनीकी विशेषज्ञ टीम के सदस्य रहे हैं।

प्रो. कुमार आयुर्वेद मेंरिसर्च पॉलिसी एवं तकनीकी विकास के विशेषज्ञ के रूप में सुविख्यात है। भारत सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय निगरानी के सदस्य के रूप में कुलपति प्रो. अभिमन्यु कुमार के मनोनीत होने पर आयुर्वेद जगत के विद्धानों एवं आयुर्वेद विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं अधिकारियों ने उन्हे बधाई दी है