
बीकानेर। राजस्थान सरकार के आगामी कृषि बजट 2022-23 के नए प्रस्तावों पर चर्चा हेतु प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी की अध्यक्षता में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक आयोजित की गई। जिसमें राजस्थान के कृषि विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने भाग लिया। राजस्थान सरकार के प्रथम कृषि बजट पर प्रेषित प्रस्तावों पर विचार विमर्श हुआ।
स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर.पी. सिंह ने बताया कि राजस्थान सरकार के प्रथम कृषि बजट हेतु इस विश्वविद्यालय द्वारा कुल 31 नए प्रस्ताव रु 6639.51 लाख के प्रस्ताव प्रेषित किए हैं। इसके अंतर्गत नए शैक्षणिक व अनुसंधान संस्थाएं जैसे कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर-इंजीनियरिंग, कॉलेज ऑफ फूड प्रोसेसिंग एंड टेक्नोलॉजी, कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर-जैसलमेर, एग्रीकल्चर रिसर्च सब स्टेशन-जैसलमेर, डेवलपमेंट ऑफ हाईटेक नर्सरी, रिन्यूएबल एनर्जी पार्क जैसे विषयों से संबंधित प्रस्ताव है।
इसके अलावा वाटर हार्वेस्टिंग और संस्थागत निर्माण से संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा हुई। कृषि अनुसंधान के अंतर्गत अंजीर, ड्रैगन फ्रूट व केर उत्पादन तकनीक जैसे नवीनतम विषयों से संबंधित प्रस्ताव भी शामिल है। कृषि क्षेत्र में बीज का बड़ा महत्व है, इसलिए बीज उत्पादन और विकास से संबंधित प्रस्ताव भी प्रेषित किए गए हैं।
कृषि रोजगार का सबसे बड़ा का स्त्रोत है अत: प्रशिक्षण व कृषि शिक्षा प्रसार की गतिविधियों से संबंधित प्रस्ताव जैसे कि कृषक महिला कौशल उन्नयन केंद्र, बाजरा मूल्य संवर्धन, पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट, खेजड़ी विलेज का विकास। कृषि अनुसंधान केंद्र बीकानेर पर प्रशिक्षण हेतु अलग से प्रस्ताव बनाए गए हैं जिसके अंदर की जल, मृदा, पौधे, खाद, उर्वरक, खजूर, अनार उत्पादन जैसे नवीनतम व परंपरागत विषयों पर प्रशिक्षण संबंधित है।
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