वोडाफोन आइडिया फॉउन्डेशन छात्रवृत्ति 2021 की हुई शुरूआत

मुंबई
वी की सीएसआर शाखा वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन ने साल 2021-22 के लिए ‘लर्निंग विद वोडाफोन आइडिया स्कॉलरशिप’ प्रोग्राम के तहत अध्यापकों एवं छात्रों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। अध्यापकों एवं छात्रों के सामने आनी वाली सामाजिक एवं आर्थिक चुनौतियों को हल करना इसका उद्देश्य है, ताकि उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध और सुलभ हो सकें। 2020 में लॉन्च की गई ये छात्रवृत्तियां अध्यापकों एवं छात्रों को डायरेक्ट बेनेफिशियरी ट्रांसफर के फायदे देती हैं, जिसके तहत कई निर्धारित व्यय कवर हो जाते हैं। छात्रवृत्तियां अध्यापकों के लिए मेरिट पर आधारित होती है और छात्रों के लिए मेरिट-कम-मीन्स पर आधारित होती है।

चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाईन होती है, शिक्षकों, तथा सिविल सोसाइटी संगठनों के प्रतिनिधियों की स्वतन्त्र जूरी के द्वारा चुनाव किया जाता है। वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन अध्यापकों को रु 1 लाख तथा छात्रों को रु 20,000 की छात्रवृत्तियां दे रहा है, जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए आवश्यक संसाधन प्राप्त करने में मदद मिलेगी। इस साल छात्रवृत्ति के लॉन्च पर बात करते हुए पी बालाजी, चीफ रेग्युलेटरी एण्ड कोरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने कहा, ”वी अपनी तकनीकी विशेषज्ञता एवं नेटवर्क के साथ समाज पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए प्रयासरत है। शिक्षा को सुलभ बनाना, रोजग़ार की क्षमता में सुधार लाने का एक बुनियादी तरीका है, जिसके द्वारा देश में गरीबी उन्मूलन में मदद मिल सकती है।

हम चाहते हैं कि किसी भी छात्र या अध्यापक को आर्थिक परेशानी की वजह से अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन में मुश्किलों का सामना न करना पड़े। खासतौर पर महामारी के इस दौर में यह मेरे लिए बेहद मददगार साबित हुआ, इसकी मदद से मैं ऑनलाईन क्लासेज़ ले सकती हूं और अपने छात्रों को विभिन्न प्रकार का कंटेंट उपलब्ध करा सकती हूं। यह छात्रवृत्ति मुझे छात्रों के लिए कड़ी मेहनत करने हेतु प्रोत्साहित करती है।

श्मृति प्रशांत पात्रो, महाराष्ट्र से छात्रवृत्ति पाने वाली एक छात्रा ने कहा, ”इस साल हम स्कूल नहीं जा सके, अचानक हमसे कहा गया कि हमें घर से ही पढऩा है। हमारे अध्यापक मोबाइल फोन लेने के लिए कह रहे थे, लेकिन मेरे माता-पिता के पास फोन खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। कभी कभी मुझे पड़ौसियों से फोन मांगना पड़ता था, जिसकी वजह से अक्सर मैं देर से क्लास ज्वाइन कर पाती थी। अब मैं अपनी सभी क्लासेज़ अटैंड करती हूं और इंटरनेट का इस्तेमाल भी करती हूं। मेरी पिछले महीने की स्कूल फीस भी देना अभी बाकी था, छात्रवृत्ति की मदद से मैंने स्कूल फीस भी चुका दी है। वोड़ाफोन आइडिया की सीएसआर पहल शिक्षा, कृषि, महिला सशक्तीकरण और तकनीक के क्षेत्र में बड़े सकारात्मक बदलाव लेकर आई है।

योग्यता के मापदण्ड
सरकारी/सरकार द्वारा सहयोग प्राप्त स्कूलों या कम आय वाले निजी स्कूलों से फुल टाईम अध्यापक जिनके पास 3 साल से अधिक अनुभव हो, वे छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए ज़रूरी है कि वे आठवीं या इससे उच्च कक्षा के छात्रों को पढ़ाते हों, उन्हें अकादमिक पुरस्कार, दस्तावेज, अध्ययन-अध्यापन इनोवेशन्स या कंटेंट निर्माण के लिए सम्मानित किया गया हो। सरकारी/सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों से छठी सी बारहवीं कक्षा के छात्र वी सीएसआर छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर कसते हैं, जिन्होंने अकादमिक या पाठ्येत्तर उपलब्धियां हासिल की हों। छात्रवृत्ति के विजेता इस राशि का उपयोग कर आईटी उपकरण जैसे लैपटॉप, प्रिंटर खरीद सकते हैं या अपने कोर्स, किताबों, मैगज़ीन, स्कूल ट्यूशन फीस या पढ़ाई के लिए ज़रूरी अन्य शुल्क चुका सकते हैं। कल्पना रजौरिया, पिछले साल की एक विजेता ने कहा, ”छात्रों को अक्सर किताबें बोरिंग लगती हैं और हम अध्यापकों को उन्हें पढ़ाने के रोचक तरीके अपनाने पड़ते हैं।

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मैं हमेशा से चाहती थी कि छात्रों के लिए खुद प्रासंगिक कंटेंट तैयार करूं। हालांकि मोबाइल फोन पर ऐसा कर पाना मुश्किल होता था। वोडाफोन आइडिया छात्रवृत्ति मिलने के बाद अब मैंनें लैपटॉप खरीदा है और हाल ही में मैंने अपना पहला कंटेंट बनाकर छात्रों के साथ साझा किया।