
हम राज्य के विभिन्न स्थानों पर मॉडल सीएचसी बना रहे हैं, ताकि लोगों को जिला अस्पताल नहीं जाना पड़े : गहलोत
मेडिकल के क्षेत्र में राज्य को अग्रणी बनाने की दिशा में काम कर रही है सरकार राजस्थान सरकार लॉक स्तर पर अब मॉडल सामुदायिक केंद्र सीएचसी बनाने जा रही है। हर ब्लॉक में एक सीएचसी का चयन करके उसे मॉडल सीएचसी बनाने की योजना पर काम चल रहा है, मॉडल सीएचसी पर जिला अस्पताल के बराबर इलाज की सुहवधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट करके मॉडल सीएचसी के बारे में बताया।
गहलोत ने ट्वीट किया, हम राजस्थान को मेडिकल साइंस के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में
गहलोत ने ट्वीट किया, मेडिकल साइंस के क्षेत्र में राजस्थान को अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में हम सार्वजनिक क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने का लगातार काम कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप राजस्थान कोरोना महामारी से सफलतापूर्वक लड़ रहा है। हमने कोरोना की चुनौती को अवसर के रूप में बदल दिया। हम राज्य के विभिन्न स्थानों पर मॉडल सीएचसी बना रहे हैं, ताकि इलाज के लिए लोगों को जिला अस्पताल तक नहीं जाना पड़े, लोगों को उनके निकटवर्ती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही सभी चिकित्सा सुवविधाएं मिलनी चाहिए।
मॉडल सीएचसी से रेगिस्तानी और आदिवासी इलाकों को होगा फायदा
मॉडल सीएचसी का सबसे ज्यादा फायदा आदिवासी और रेगिस्तानी जिलों को मिलेगा। बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर जैसे बड़े और रेगिस्तानी जिलों में जिला अस्पताल तक पहुंचने में 100 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करनी पड़ती है, इससे कई बार तत्काल इलाज नहीं मिलने पर रोगियों की मौत हो जाती है। मॉडल सीएचसी बनोन से रोगियों को नजदीक ही इलाज मिलने में आसाी हो जाएगी।
प्रदेश में कोराना रिकवरी रेट 80 फीसदी से ज्यादा
सीएम अशोक गहलोत ने एक अन्य ट्वीट कर कोराना से निपटने में राज्य सरकार के काम का उल्लेख किया है। सीएम ने लिखा, राजस्थान सरकार कोरोना से जीवन बचाने के लिए 24 घण्टे सातों दिन काम कर रही है,
परिणामस्वरूप रिकवरी रेट लगातार सुधर रही है और अब यह 80 फीसदी से ज्यादा हो चुकी है। हम हमारे हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल केयर में लगातार बढ़ोतरी कर रहे हैं।