
जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि महिला शिक्षा आज के समय की आवश्यकता है और इसी से महिला सशक्तिकरण संभव है। हमारे देश में प्राचीन समय से ही महिला शिक्षा की महत्ता रही है। उन्होंने कहा कि जो समाज महिलाओं को शिक्षा का अवसर देता है वही आगे बढ़ता है। राज्यपाल मिश्र नागौर जिले के मूण्डवा स्थित वीर तेजा महिला शिक्षण एवं शोध संस्थान में वार्षिकोत्सव को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने वीर तेजा संस्थान में नवनिर्मित महिला छात्रावास भवन का भी लोकार्पण किया।
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में महिला शिक्षा के अवसर बढ़े हैं परंतु आज भी कई चुनौतियां मौजूद हैं, जिनके यथासंभव हल करने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटियां वरदान होती है जो घर में प्रसन्नता व उत्साह के वातावरण का निर्माण करती है, उन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलने चाहिए जिससे कि हम समानता के स्वपन को साकार कर सकें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल श्री मिश्र ने कहा कि वीर तेजाजी सच्चाई के प्रतीक थे जिन्होंने जीव मात्र के प्रति दया के भाव के साथ गोरक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए वे हमारी संस्कृति के आलोक हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर आकर यह देखना सुखद है कि संस्थान महिला शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहा है ।
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री सी.आर. चौधरी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए राज्यपाल को पचरंगी साफा पहनाकर तथा शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। पूर्व सांसद चौधरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में लड़कियां लड़कों से पीछे नहीं है उन्होंने कहा कि हमारी बच्चियां केवल पढ़ने में ही नहीं, बल्कि खेलकूद में भी सबसे आगे हैं। संस्थान निदेशक जंवरीलाल शर्मा ने संस्थान की वार्षिक प्रगति विवरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में संस्थान की बालिकाओं द्वार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इसके बाद संस्थान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संस्थान की बालिका प्रवीण प्रजापत ने राज्यपाल को स्कैच से बना छायाचित्र भेंट किया। कार्यक्रम के अंत में सी.आर चौधरी ने राज्यपाल को तेजाजी महाराज की प्रतिमा भेंट की ।