
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विश्व जल दिवस पर जल शक्ति अभियान की शुरुआत की। इस अभियान को कैच द रेन कैम्पेन का नाम दिया गया है। इससे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई जिलों को सूखे से राहत मिलेगी। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी शुरुआत की।
इस अभियान को मानसून की शुरुआत से पहले और उसके खत्म होने के बीच 30 मार्च से 30 नवम्बर के बीच चलाया जाएगा। जमीनी स्तर पर जल संरक्षण में जन भागीदारी के लिए इस अभियान को जन आंदोलन के रूप में शुरू किया जाएगा। इसका मकसद बारिश के पानी को बचाने और संरक्षित करने के लिए लोगों को आगे लाना है।

इस दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन-बेतवा सम्पर्क परियोजना के लिए ऐतिहासिक समझौते पर भी साइन किया। नदियों को आपस में जोडऩे की यह राष्ट्रव्यापी योजना देश की यह पहली परियोजना है।
इस कार्यक्रम के बाद जल और जल संरक्षण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए देश के सभी जिलों की ग्राम पंचायतों और ग्राम सभाओं में कार्यक्रम आयोजित कराए जाएंगे। जल संरक्षण के लिए ग्राम सभाएं जल शपथ भी लेंगी। यह आयोजन उन राज्यों में नहीं होंगे, जहां चुनाव होने वाले हैं।
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