स्किन डिटॉक्स के साथ मिलेगी बेदाग और निखरी त्वचा

चेहरे को सुंदर कैसे बनाएं
चेहरे को सुंदर कैसे बनाएं

आयुर्वेद से लेकर दादी-नानी के नुस्कों तक त्वचा के लिए प्राकृतिक चीजों को ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। चेहरे पर निखार लाने के लिए त्वचा का अंदर से साफ होना भी जरूरी है। लेकिन अस्वस्थ खानपान और अस्वस्थ जीवनशैली त्वचा को अंदर से नुकसान करते हैं। इसके कारण त्वचा बाहर से बेजान और रूखी नजर आती हैं। ऐसी समस्याओं में असरदार साबित हो सकती हैं आयुर्वेदिक हब्र्स। ये प्राकृतिक होती हैं, जिससे त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। इसके साथ ही ये त्वचा को अंदर से डिटॉक्स करके बाहर से खूबसूरत बनाने में भी मदद कर सकती हैं। आइए इस लेख के माध्यम से जानें इन खास आयुर्वेदिक हब्र्स के बारे में।

धनिया

धनिया
धनिया

मसाले के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली धनिया स्किन के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसे खाने में इस्तेमाल करने से शरीर के साथ-साथ स्किन भी डिटॉक्सिफाई होती है। जिससे त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं दूर होती हैं। धनिया में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है, जो त्वचा पर फ्री रेडिकल्स के असर को कम करते हैं। जिससे स्किन क्लीन और क्लियर नजर आती है।

एलोवेरा

एलोवेरा
एलोवेरा

एलोवेरा एक ऐसा प्लांट है जो सेहत और त्वचा से जुड़ी कई परेशानियों का इलाज है। एलोवेरा में कूलिंग प्रॉपर्टीज़ पाई जाती है। जो गर्मियों में सनबर्न, टैनिंग, जलन, रैशेज और रेडनेस जैसी कई समस्याओं से राहत दिलाता है। यह स्किन को हाइड्रेट रखता है और सेल्स रीजेनरेशन को बढ़ावा देता है। ज्यादा गर्मी और धूप से होने वाले स्किन डैमेज को रिपेयर करते हुए यह त्वचा को ठंडक देता है।

चंदन

चंदन में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, साथ ही इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल तत्व भी पाए जाते हैं। यह त्वचा को सनबर्न, एक्ने, पिंपल्स, जैसी कई समस्याओं से तुरंत राहत प्रदान करता है। इसे पानी और गुलाब जल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें। स्किन डिटॉक्स होती है जिससे दाग-धब्बे और कील-मुंहासों की समस्या दूर होती है।

हल्दी

हल्दी में भी एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व मौजूद होते हैं। जो स्किन इन्फ्लेमेशन को कम करने के साथ पिग्मेंटेशन की समस्या भी दूर करते हैं। हल्दी के इस्तेमाल से स्किन डिटॉक्सिफाई होती है जो नए सेल्स को बनने में मदद करता है। हेल्दी को अपने फेसपैक में इस्तेमाल करने के अलावा आप इसे दूध में मिलाकर या काढ़े के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें : सरकार ध्यान दे तो जोधपुर का हो कायाकल्प