मांगों को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की

सवाईमाधोपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा गुरुवार को कलेक्ट्रेट पर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। इसके बाद अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा।

एबीवीपी के नगर मंत्री युवराज चौधरी ने बताया कि कांग्रेस युवाओं से वादे कर सरकार में तो आ गई, लेकिन ढाई साल का समय बीत जाने के बावजूद युवाओं से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया गया है।

ऐसे में यदि समय रहते युवाओं की मांगें नहीं मानी गई तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। एबीवीपी ने ज्ञापन में मांग की है कि बेरोजगारों को रोजगार भत्ता जल्द से जल्द दिया जाए।

विश्व विद्यालय, महाविद्यालय में जिन छात्रों ने सुविधा का उपयोग नहीं किया है, उन छात्रों की फीस वापस दी जाए। जिन विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों में टीचिंग और नॉन टीचिंग के पद रिक्त पड़े है, उन्हें तुरंत प्रभाव से भरे जाए। राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री डोटासरा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए रिश्तेदारों को आरएएस इंटरव्यू में पहुंचाया है, उन्हें पदमुक्त किया जाए।

कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में निशुल्क छात्रा शिक्षा का वादा किया था, जिसे तुरंत लागू किया जाए।निजी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों पर एक कमेटी गठित कर समान फीस निर्धारण की जाए। महिला उत्पीडऩ में राजस्थान सरकार देख में पहले नंबर पर पहुंच चुकी है, ऐसे में मुख्यमंत्री खुद संज्ञान लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें।

राजस्थान में सरकारी विभागों में लंबित भर्तियों का छात्र हित में समाधान कर युवाओं ओर बेरोजगारों को राहत दी जाए। राजस्थान के सभी विश्वविद्यालयों में एक साथ ही शोध प्रवेश परीक्षा करवाई जाए और परीक्षा करवाने की निश्चित समय अवधि भी जारी की जाए।

राजस्थान में नशे के बढ़ते व्यापार और शराब तस्करी पर रोक लगाई जाए। एबीवीपी के प्रदर्शन में नीरज जैमीनी, राजेश विश्नोई, अजय जैलिया, युवराज चौधरी, तनुज शर्मा, शुभम तायल, अमन चौधरी, मनु पारीक, नवल चौधरी, हरमीत सिंह, विजय राठौर आदि पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल थे।

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