
श्रीनगर। पवित्र अमरनाथ यात्रा पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ जारी है। शुक्रवार को जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से एक और जत्था भारी सुरक्षा इंतजामों के बीच कश्मीर घाटी की ओर रवाना हुआ। इस जत्थे में कुल 6411 तीर्थयात्री शामिल हैं, जो 291 वाहनों में दो सुरक्षा काफिलों के रूप में रवाना हुए।
इनमें से 2789 यात्री बालटाल रूट, जबकि 3622 यात्री पहलगाम रूट से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकले हैं। यह यात्रा 38 दिनों तक चलेगी और इसमें लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।

अधिकारियों के मुताबिक, यात्रा के पहले दिन (गुरुवार) को ही 12300 श्रद्धालुओं ने अमरनाथ की पवित्र गुफा में दर्शन किए। यात्रियों में गहरी आस्था और उत्साह देखा जा रहा है। हर तरफ ‘बम बम भोले’ और ‘हर हर महादेव’ के जयकारे गूंज रहे हैं। श्रद्धालुओं ने कहा कि उन्हें किसी खतरे का डर नहीं, क्योंकि वे भगवान शिव के बुलावे पर यात्रा कर रहे हैं और उन्हें उनकी कृपा में पूर्ण सुरक्षा का विश्वास है।
गौरतलब है कि इस बार की यात्रा 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद हो रही है, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या की गई थी। इस घटना को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा में अभूतपूर्व सख्ती बरती जा रही है।हर तरफ ‘बम बम भोले’ और ‘हर हर महादेव’ के जयकारे गूंज रहे हैं।
सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, एसएसबी और स्थानीय पुलिस के अलावा सीएपीएफ की 180 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की गई हैं। यात्रा मार्गों की हर इंच पर सुरक्षा बल मुस्तैद हैं।
तीर्थयात्री गुफा तक पहुंचने के लिए दो मार्गों का उपयोग करते हैं: पहलगाम मार्ग: 46 किमी का पारंपरिक और सुंदर रास्ता बालटाल मार्ग: छोटा लेकिन कठिन, 14 किमी का मार्ग, जिसे एक ही दिन में तय कर लौटना होता है।