
कोविड-19 की दूसरी लहर में अब मरीजों की संख्या में कमी आने लगी है परंतु हमें तीसरी लहर के लिए सतर्क और पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कोविड-19 की तीसरी लहर जल्दी ही आ सकती है और यह युवा पीढ़ी को प्रभावित कर सकती है।
महामारी के मद्देनजर, अवादा फाउंडेशन जरूरतमंदों को राशन और भोजन के पैकेट उपलब्ध कराने के लिए अथक प्रयास कर रहा है और राजस्थान में दो कोविड केयर सेंटर भी स्थापित किए हैं। बीकानेर शहर के कोलायत ब्लॉक में पहला कोविड केयर सेंटर राजस्थान सरकार के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया गया था।
अवादा फाउंडेशन, अवादा समूह की कंपनियों की परोपकारी शाखा है, जो बाल शिक्षा, ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विशेष ध्यान देने के साथ ही सामाजिक कल्याण गतिविधियों में सलंग्न रहती है। अवादा फाउंडेशन भारतीय दर्शन में दृढ़ता से विश्वास करता है, जो कहता है, “हर इंसान अपने माता-पिता का ऋणी है जो उसे बड़ा करते हैं।

वह अपने समुदाय और संस्कृति का आभारी है। वह देवताओं और ऋषियों का आभारी है। और वह बड़े पैमाने पर प्रकृति का भी आभारी है, और जीवन में हमारा लक्ष्य इस कर्ज को जीवन भर चुकाना है। सभी अच्छे कर्मों के साथ – हम अपने सभी ऋणों को चुका सकते हैं और निर्वाण प्राप्त कर सकते हैं!” ऐसे कठिन समय में, हमारा उद्देश्य और मूल्य उन लोगों और समुदायों के लिए बहुत मायने रखते हैं जिनकी हम सेवा करते हैं, और हमें नि:स्वार्थ भाव से उनकी सेवा करने में सक्षम होने के लिए खुद को भाग्यशाली समझना चाहिए।

इस विकास पर अवादा ग्रुप के चेयरमैन विनीत मित्तल ने कहा, “यह भारत के इतिहास में सबसे चुनौतीपूर्ण समय में से एक है। इस समय, जो सबसे ज्यादा मायने रखता है, वह है हर संभव तरीके से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई की जिम्मेदारी साझा करना। हम ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सहायता प्रदान करने और उन्हें आइसोलेशन बेड, दवाएं, खाद्य पदार्थ, ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसंटेटर और वेंटिलेटर के साथ मदद करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार कंपनी होने के नाते, हम अपने समुदायों की रक्षा और उन्हें सशक्त बनाने का संकल्प लेते हैं।”
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