
पुरी। ओडिशा के बालासोर में सदी के सबसे बड़े ट्रेन हादसे के महज 51 घंटों के भीतर ही उस ट्रैक की मरम्मत हो गई। बहानागा रेलवे स्टेशन के जिस रेल ट्रैक पर भयानक हादसा हुआ था, वहां आज रात ट्रेन की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है। इस दौरान रेल मंत्री ने हाथ जोडक़र टे्रन को विदा किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद घटनास्थल पर लगातार दो दिनों से डटे हुए हैं। बता दें कि बालासोर ट्रेन दुर्घटना में 275 लोगों की जान चली गई।
जिम्मेदार लोगों को दी जाएगी कड़ी सजा : रेल मंत्री
रेल मंत्री ने कहा, सभी ने बहुत अच्छा काम किया है। मुझे प्रभावित परिवारों के लिए बहुत दुख है, लेकिन हम घटना की जड़ तक पहुंचेंगे और जो भी जिम्मेदार होगा, उसे कड़ी सजा दी जाएगी। इससे पहले आज रेल मंत्रालय ने ओडिशा के बालेश्वर में तीन ट्रेनों के हादसे की केंद्रीय जांच ब्यूरो से जांच की मांग की। शुक्रवार को हुए इस हादसे में 275 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जिसे देश के सबसे भीषण हादसों में से एक बताया जा रहा है।
देश की तीसरी सबसे भीषण रेल आपदा

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संवाददाताओं से कहा, जो कुछ भी हुआ, प्रशासन के पास जो जानकारी थी, उसे ध्यान में रखते हुए, रेलवे बोर्ड ने सिफारिश की है कि जांच सीबीआई को सौंपी जाए। रेलवे ने कहा कि गलत सिग्नल के कारण कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई और इसका इंजन और कोच एक लूप लाइन पर खड़ी लौह अयस्क से लदी एक मालगाड़ी से टकरा गए। हालांकि, आलोचकों ने रेलवे की एक ऑडिट रिपोर्ट को हरी झंडी दिखाई है जिसमें रेल सुरक्षा में कई गंभीर चूकों का हवाला दिया गया है। रिपोर्ट को पिछले साल सितंबर में संसद में पेश किया गया था।
रविवार को, ओडिशा सरकार ने ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में संशोधन किया, इसे 288 से घटाकर 275 कर दिया और घायलों की संख्या 1,175 कर दी। आंकड़े बताते हैं कि यह देश की तीसरी सबसे भीषण रेल आपदा है।
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