
नई दिल्ली। सरकार की बैंकों को निजी हाथों में सौंपने की नीति के विरोध में दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल शत-प्रतिशत सफल रही। दो दिन की हड़ताल में एक हजार करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित होने की संभावना जताई गई है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर दो दिवसीय हड़ताल में मप्र की चार हजार बैंक शाखाओं के कर्मचारी शामिल रहे।
इनमें इलाहाबाद बैंक, आंध्रा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, कार्पोरेशन बैंक, देना बैंक, इंडियन बैंक, ओरिएंंटल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सिंडीकेट बैंक, यूको बैंक, यूनियन बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, विजया बैंक, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर बैंक की शाखाओं के ताले दो दिन नहीं खुले।