हिंदू धर्म में घर में तुलसी का पौधा लगाना बहुत शुभ माना जाता है। अधिकतर घरों के आंगन में तुलसी का पौधा लगा हुआ मिल जाएगा। इस पौधे का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इन सबके अलावा, तुलसी का पौधा स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक माना जाता है। आयुर्विज्ञान में तुलसी को औषधि का दर्जा दिया गया है। हालांकि, कई बार कुछ लोगों के घर में ये पौधा सूख जाता है। बार-बार लगाने के बाद भी यह सही तरीके से बढ़ नहीं पाता। जानते हैं कुछ ऐसे टिप्स के बारे में, जिनकी मदद से आप तुलसी के पौधे को हरा-भरा रख सकते हैं।
कब सूखती है तुलसी
माना जाता है कि बार-बार तुलसी का सूखना इस बात की ओर इशारा करता है कि आपके घर को किसी की बुरी नजर लग चुकी है। इसका दूसरा संकेत यह भी हो सकता है कि आपके परिवार पर किसी ने जादू-टोना करवाया है। इसी प्रभाव को तुलसी अपने ऊपर ले लेती है जिस कारण वह सूख जाती है। ज्योतिष शास्त्र में तुलसी के पौधे को बुध ग्रह से संबंधित बताया गया है। यदि किसी पर बुध ग्रह का बुरा प्रभाव होता है तब भी तुलसी का पौधा सूखने लगता है। तुलसी का सूखना पितृ दोष की ओर भी संकेत करता है।
सूखने कैसे बचाएं तुलसी
तुलसी के पौधे को घर में लाने से पहले सभी दरवाजों पर स्वास्तिक का निशान जरूर बनवाएं। इससे सभी टोने-टोटके कट जाते हैं, और आपकी तुलसी कभी नहीं सूखती।
सूखे तुलसी के पौधे का क्या करना चाहिए
ज्योतिष के अनुसार, तुलसी का सूखा हुआ पौधा घर से बाहर करने की सलाह दी जाती है, लेकिन इसे सम्मान से ही बाहर निकालना चाहिए। अगर तुलसी का पौधा सूख जाए तो इस पौधे को जड़ सहित उठाकर किसी पवित्र नदी, तालाब, सरोवर या पवित्र जलाशय में विसर्जित कर देना चाहिए। ध्यान रखें कि तुलसी के सूखे हुए पौधे को भी रविवार के दिन नहीं स्पर्श करना चाहिए।
इस दिन तुलसी में न चढ़ाएं जल
मान्यता है कि गुरुवार को तुलसी के पौधे को कच्चे दूध से सींचना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से तुलसी में अधिक देर तक नमी बनी रहती है। इसके साथ ही वह हमेशा हरा-भरा नजर आता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक रविवार को तुलसी में जल नहीं देना चाहिए।
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