भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी का आज सीबीआई लेगी बयान

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बाबरी मस्जिद ढहाने के मामले में 6 दिसंबर 1992 को एफआईआर दर्ज हुई थी

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 6 दिसम्बर 1992 को ढहाए गए विवादित ढांचे के मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई की कोर्ट में लगातार सुनवाई हो रही है और आरोपियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। गुरुवार को विशेष अदालत में भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी का बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दर्ज किया जाएगा।

एक दिन बाद यानी शुक्रवार को लालकृष्ण आडवाणी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जज एसके यादव की अदालत में बयान दर्ज कराएंगे।

ढांचा ढहाने के मामले में 1992 में एफआईआर हुई थी

अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाने के मामले में 6 दिसंबर 1992 को थाना राम जन्मभूमि में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस मामले में सीबीआई ने जांच करते हुए 49 आरोपियों के खिलाफ विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था।

इनमें 17 आरोपियों की मौत हो चुकी है। सभी गवाहों के बयान के बाद अभियुक्तों को अपनी सफाई पेश करने का मौका दिया जा रहा है। इसके बाद सीबीआई और अभियुक्तों के वकीलों के बीच बहस होगी। उसके बाद अदालत अपना फैसला सुनाएगी।

आडवाणी समेत 13 नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल है

6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों ने अयोध्या में बाबरी में विवादित मस्जिद के ढांचे को गिरा दिया था। इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, अशोक सिंघल, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा समेत 13 नेताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सुनवाई हो रही

सुप्रीम कोर्ट ने 8 मई को सीबीआई की विशेष अदालत को 31 अगस्त तक केस की सुनवाई पूरी करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गवाहों के बयान दर्ज करने का भी आदेश दिया था।