अनंत चतुर्दशी और भगवान वासुपूज्य का मोक्ष कल्याणक मनाया, जिनेंद्र देव का कलशाभिषेक

सवाईमाधोपुर। सकल दिगंबर जैन समाज के तत्वावधान एवं आर्यिका ससंघ के सानिध्य में मनाए जा रहे आत्म शुद्धि के दस लक्षण पर्युषण महापर्व के दसवें दिन रविवार को उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म, अनंत चतुर्दशी एवं 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य का मोक्ष कल्याणक श्रद्धापूर्वक मनाया गया।

इस दौरान नगर परिषद क्षेत्र के जिनालयों में उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म, दशलक्षण मंडल विधान, सरस्वती (जिनवाणी) एवं अनंत चतुर्दशी की पूजन के साथ ही विशेष रूप से जिनेंद्र देव के कलशाभिषेक व श्रीजी की जयमाल के कार्यक्रम हुए।

श्रावक-श्राविकाओं द्वारा उपवास रख रत्नत्र की पालना की गई और मंगल गीत गाए। समाज के प्रवक्ता प्रवीण जैन ने बताया कि जिनेंद्र भक्तों ने अष्टद्रव्यों से उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म एवं दशलक्षण मंडल विधान की भक्ति पूर्वक पूजन कर मंडल पर 23 अर्घ्य समर्पित किए और मन पर नियंत्रण रख ब्रह्मचर्य पालन करने का संदेश दिया।

साथ ही भगवान वासुपूज्य की पूजन के बाद निर्वाण कांड का उच्चारण कर मोक्ष के प्रतीक स्वरूप (मोदक) निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया और जन्म-मरण के चक्र से निकल मोक्ष प्राप्त करने की भावना प्रकट की। वहीं आलनपुर स्थित दिगंबर जैन नेमिनाथ अतिशय क्षेत्र दीवानजी की नसिया में जिनेंद्र भक्तों ने इंद्र के परिवेश में मांगलिक मंत्रों के बीच कलशा ढालो रे, ढालो कलशा ढालो रेज् स्वरों के साथ जिनेंद्र भगवान का कलशाभिषेक किया और शांतिधारा कर जगत कल्याण की कामना की गई।

इस मौके पर शहर के जैन मोहल्ला स्थित पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मुदायमी मंदिर में गणिणी आर्यिका संगममति माताजी ने कहा कि ब्रह्मचर्य आत्मज्ञान की कुंजी है। व्यक्ति को वासनाओं का दास नहीं बनना चाहिए। साधुओं के लिए स्त्री संसर्ग का त्याग और ग्रहस्थों के लिए स्व पत्नी संतोष व्रत ही व्यवहार से ब्रह्मचर्य धर्म है।

व्यक्ति को विकार और राग से बचकर वीतरागता में अपना उपयोग कर आत्म कल्याण करना चाहिए। कार्यक्रम की श्रृंखला में उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म की पूर्व संध्या पर शनिवार शाम को सेवा मंडल चमत्कारजी के तत्वावधान में जैन हाउजी प्रतियोगिता ऑनलाइन हुई। इसमें सेवा मंडल से जुड़े 132 लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और प्रतियोगिता की शोभा बढ़ाई। पर्युषण पर्व के समापन पर 21 सितंबर को क्षमावाणी पर्व मनाया जाएगा।

मित्रपुरा के जैन मंदिर में मनाई अनंत चतुर्दशी

बोरदा. दिगंबर जैन समाज द्वारा श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर मित्रपुरा में अनंत चतुर्दशी धूमधाम के साथ मनाई गई। प्रात:काल से ही जैन मंदिर में चहल पहल दिखने लगी। पुरुष केसरिया वस्त्र में व महिलाएं पीले वस्त्रों में जैन मंदिर में पहुंचे।

सभी ने धूमधाम से से भगवान वासुपुज्य का मोक्ष कल्याणक मनाया। सर्वप्रथम श्रीजी प्रभु का अभिषेक शांतिधारा की गई। समाज के रिंकेश जैन ने बताया कि सुबह श्रीजी की शांति धारा व सामूहिक कलश अभिषेक व वासुपूज्य भगवान का मोक्ष कल्याण दिवस मनाया गया।

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