लेखांकन में समय के साथ बदलाव जरूरी : शेखावत

जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंध अध्ययन संकाय के लेखांकन विभाग व भारतीय लेखा परिषद की संयुक्त मेजबानी में दो दिवसीय राष्ट्रीय लेखांकन कॉन्फ्रेंस और अन्तरराष्ट्रीय लेखांकन सेमिनार शनिवार जसवंत हॉल में शुरू हुई। कॉन्फ्रेंस का दीप प्रज्वलन कर इंटरनेशनल कोर्ट के जस्टिस दलबीर भंडारी और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने किया।

केबिनेट जल शक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत ने कहा कि सूर्यनगरी के लेखाकारों का विश्वभर में डंका बज रहा है। अब समय की गति के साथ ही लेखांकन में नए बदलाव व नवीन आयामों का समावेश करते रहना होगा। शिक्षा के हर क्षेत्र में भी नवाचारों के साथ ही पाठ्यक्रमों में बदलाव करना होगा। शेखावत सेमीनार को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। शेखावत ने कहा कि विश्वविद्यालयों में फ्यूचर रेडी स्टूडेंट्स बनाने की दिशा में प्रयास कर एक नया सेल बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक उत्थान के लिए सबको मिलकर आगे आना चाहिए। अध्यक्षीय उद्बोधन कुलपति प्रो.बीआर चैधरी ने दिया। कांफ्रेंस के विशिष्ट अतिथि एम्स निदेशक डॉ.संजीव मिश्रा ने कहा संबोधन में कहा कि वाणिज्य के क्षेत्र में लेखांकन का अहम योगदान है। जीवन के हर क्षेत्र में लेखांकन अभिन्न अंग बना हुआ है। लेखांकन क्षेत्र में नवाचारों के समावेश करने की दिशा में प्रयास करने होंगे।

इससे पूर्व कांफ्रेस का अतिथियों ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर आगाज किया। इसके वाणिज्य संकाय के अधिष्ठाता एवं कांफ्रेस सचिव प्रो.जसराज बोहरा ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रो.बोहरा ने लेखांकन के नवीन आयामों के संबंध में रूपरेखा प्रस्तुत की। कांफ्रेस के संयुक्त सचिव डॉ.के.ए.गोयल ने कांफ्रेस के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय कांफ्रेंस में पांच तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। जिसमें लेखांकन के नवीन क्षेत्रों के संबंध में विचार मंथन किया जाएगा।

भारतीय लेखा परिषद के महासचिव प्रो.जी.साइमन ने संबोधन में कहा कि लेखांकन में अकाउंटेबिलिटी का समावेश हो रहा है। नए आयामों से लेखांकन का क्षेत्र काफी विस्तृत हो चुका है। यूएस फुट के चैयरमेन प्रेम भंडारी ने संबोधन में समाज उत्थान के लिए समेकित प्रयासों की आवश्यकता जताई। कांफ्रेस के मुख्य संरक्षक अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के जस्टिस दलवीर भंडारी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में अतिथियों ने पुस्तिका का भी विमोचन किया। अंत में कांफ्रेस सचिव प्रो.बोहरा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड
कांफ्रेंस में अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के जस्टिस दलबीर भंडारी, यूएसए के सीपीए व नाविका ग्रुप के सीईओ नवीन शाह और सीपीए केके मेहता, प्रेम भंडारी, कनक गोलिया, सीए सुरेश गांधी, नरेश बोथरा और गौरव जैन को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।वहीं केबिनेट जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र शेखावत को हॉल ऑफ फेम अवॉर्ड दिया गया।

तीन तकनीकी सत्र आयोजित
अधिष्ठाता एवं कांफ्रेंस सचिव प्रो.बोहरा ने बताया कि कांफ्रेंस में दो दिनों में पांच तकनीकी सत्रों का आयोजन होगा। जिसमें से तीन तकनीकी सत्र शनिवार को हुए। तकनीकी सत्र लेखांकन पद्धतियों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका विषय पर प्रथम तकनीकी सत्र होगा। वहीं द्वितीय तकनीकी सत्र कार्बन अकाउंटिंग पर, तृतीय तकनीकी सत्र इण्ड-एएस इट्स इम्लीकेशन एंड हार्मोनाइजेशन पर आधारित होगा। अब रविवार को कांफ्रेंस के दूसरे दिन लेखांकन शिक्षा पर अन्तरराष्ट्रीय सेमीनार सत्र और लेखांकन शोध पर अन्तरराष्ट्रीय सेमीनार सत्र होंगे।

यूएसए के सीपीए केके मेहता ने दिया दिल खोल के सहयोग
प्रवासी राजस्थानी और यूएसए के सीपीए केके मेहता ने एक करोड़ रु. की राशि वाणिज्य संकाय व जोधपुर के विकास हेतु 5 करोड़ रु. से ज्यादा की सहयोग राशि देने का भी एलान किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में ज्यादातर हॉस्पिटल, कॉलेज, यूनिवर्सिटीज दान और सहयोग राशि से चलती है सरकारी सहयोग ना के बराबर होता है। उनके पूर्व छात्र और सहयोगी उन्हें चलाते है। कई सारे आरएंडडी और विकास गतिविधियों से इनका नाम रोशन होता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश और राज्य में भी इसी तरह से पूर्व छात्रों और सहयोगियों को आगे आकर ऐसी संस्थाओं में ज्यादा से ज्यादा सहयोग करना चाहिए ताकि इनका सही तरीके से विकास हो सके। जिससे इनमें पढऩे वाले छात्र और कार्य करने वाले लोगों का भविष्य उज्ज्वल हो सकें।

अमेरिका के नामी उधोगपति और प्रवासी राजस्थानी नवीन शाह ने सिखाये सफलता के गुर
नाविका ग्रुप के सीईओ, प्रवासी राजस्थानी और यूएसए के सीपीए नवीन शाह ने समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में नये लेखाकारों और छात्रों को विकास और तकनीक के तालमेल के साथ कैसे अपने भविष्य को बेहतर बना सकते है उसका मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि हमेशा अगर आप सकारात्मक सोच रखेंगे तो आपके साथ सकारात्मक चीजें होंगी। आपको हमेशा नवाचार करते रहना चाहिए।

व्यवसाय, कपंनी और सरकारों का लेखाकारों पर काफी विश्वास
उन्होंने कहा कि व्यवसाय, कपंनी और सरकारों में लेखाकारों पर काफी विश्वास और भरोसा होता है। लेखाकार एक लीडर की तरह जाने जाते है। आज के युग में उन्हें इन चार चीजों पर फोक्स करना चाहिए पहली एकांउटिंग एज्यूकेशन में एडवांसमेंट, दूसरी लीडरशीप, तीसरी नेटवर्किंग और चौथी तकनीकी नवाचार जिसमें आटिफिशियल इंटेलिजेंसी शामिल हो। ये चीजें आने वाली लेखाकारों की सफलता के लिए जरूरी है। उन्होंने जयनारायण विश्वविद्यालय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यहीं से उन्होंने शिक्षा प्राप्त की और भविष्य की नींव रखी गई। यहां मुश्किलों को मैनेज करना, उपायों को खोजना और अनुभवों से मैनें बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी के उपयोग पर जोर दिया और नेटवर्किंग की महत्ता को उजागर किया।

जयपुर फुट यूएसए के चेयरमैन व समाजसेवी प्रेमभंडारी ने दिया राजस्थानी भाषा को मान्यता पर जोर
इस मौके जयपुर फुट यूएसए के चेयरमैन व समाजसेवी प्रेमभंडारी ने लाईफटाइम अवार्ड के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय से काफी प्रतिभाएं निकली है। उन्होंने केके मेहता से जोधपुर के लिए ज्यादा से ज्यादा सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने राजस्थानी भाषा की मान्यता की ओर ध्यान सभी का ध्यान आकर्षण किया।

यह रहे मौजूद
कांफ्रेस में प्रो.नागेश्वर राव, प्रो.प्रतापसिंह चैहान, प्रो.एम.मुन्नीराजू, प्रो. संजय भयानी,प्रो.ललित गुप्ता, प्रो.एमएल वडेरा, प्रो.जी.सोरल, प्रो.एसएस मोदी, प्रो.एनके माहेश्वरी, प्रो.रंजन के.बल, प्रो.एनएम खंडेलवाल, प्रो.रमन दवे, प्रो.सुनील मेहता, डॉ.मीता निहलानी, डॉ.मांगूराम, डॉ. अनिल वर्मा, डॉ.क्षितिज महर्षि,डॉ.मनीष वडेरा, डॉ.आशीष माथुर, डॉ.विनोद दवे, डॉ.गौरव लोढा, डॉ.लक्ष्मणराम पालीवाल, डॉ.उम्मेद राज तातेड,डॉ.आरके टेलर, डॉ.मीता मुल्तानी, डॉ.रीतू सोनी, डॉ.अनिल शर्मा, राना अमेरिका व नाविका ग्रुप के अध्यक्ष, प्रवासी राजस्थानी, सुप्रसिद्ध ज्वैलर हरिदास कोटावाला अपनी धर्मपत्नि के साथ विशेष रूप से इस समारोह में भाग लेने आए।

समापन सत्र आज
कांफ्रेंस के संयुक्त सचिव डॉ.के.ए.गोयल ने बताया कि कांफ्रेस का समापन रविवार को दोपहर 2.30 बजे होगा। समापन समारोह के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी होंगे। बातैर विशिष्ट अतिथि तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ.सुभाष गर्ग व बाडमेर एमएलए मेवाराम जैन शिरकत करेंगे। अध्यक्षता कुलपति प्रो.बीआर चैधरी करेंगे। वहीं समापन सत्र के मुख्य वक्ता दिल्ली स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के प्रो.जीसी माहेश्वरी होंगे।