पाठ्यक्रम और प्रसार सामग्री हिन्दी एवं क्षेत्रीय भाषाओं में भी हों तैयार – राज्यपाल

  • कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर का द्वितीय दीक्षांत समारोह
  • कृषि शिक्षा को आधुनिक समय के अनुरूप करने का राज्यपाल ने किया आह्वान

राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने कृषि शिक्षा के बने बनाये ढर्रे को बदलने पर जोर देते हुए कृषि शिक्षा को आधुनिक समय के अनुरूप करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए ऐसे प्रबंध तंत्र को विकसित करने की जरूरत है जिसके तहत युवा केवल राजकीय सेवाओं में जाने की सोच की बजाय कृषि संबंधित कार्यों, उद्यमों और खेती-बाड़ी का कार्य करने के प्रति उत्सुक और लालायित रहें।

मिश्र सोमवार को कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर के ऑनलाइन दीक्षांत समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खेतों में जो किसान कार्य करते हैं, उनके पास खेती-बाड़ी से संबंधित पुरखों का संजोया बेहद महत्वपूर्ण ज्ञान है। ऐसे ज्ञान को विश्वविद्यालयों की प्रसार शिक्षा के अंतर्गत संग्रहित कर प्रकाशित-प्रसारित करने की जरूरत है।

उन्होंने किसानों को खेतों के असली वैज्ञानिक बताते हुए भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के उनके अनुभवों, अधिक पैदावार के लिए किए जाने वाले उपायों, उन्नत किस्म के बीजों से सम्बंधित ज्ञान और कम पानी में अधिक उपज आदि के पारम्परिक ज्ञान को संजोने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि गांवों में खेतों पर जाएंगे तो अभी भी बड़े बुजुर्ग ऐसे-ऐसे तरीके विद्यार्थियों को बता सकते हैं जिनसे खेती को और अधिक उन्नत किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे तरीकों में आधुनिक विज्ञान को जोड़ते हुए भविष्य के पाठ्यक्रम और प्रसार सामग्री हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं में तैयार किए जाने की भी जरूरत है।

मिश्र ने विश्वविद्यालय द्वारा जैविक खेती को प्रोत्साहित करते हुए इस दिशा में और अधिक नवाचार करने पर जोर दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर किसान पोर्टल शुरू करने और विश्वविद्यालय में फसलों की जरूरत के अनुरूप जल उपयोग हेतु कम्प्यूटरीकृत सेंसर आधारित स्वचालित सिंचाई प्रणाली स्थापित किये जाने की सराहना की।

राज्यपाल मिश्र ने युवाओं का आह्वान किया कि वे इस तरह के नये स्टार्ट-अप्स विकसित करें जिनसे पश्चिमी राजस्थान में उपलब्ध कृषि उत्पादों का समुचित व्यवसायिकरण किया जा सके। उन्होंने आशा व्यक्त की कि कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर बहु-संकाय विश्वविद्यालय के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनायेगा।

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