
मुंबई। मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर प्रवासी श्रमिकों की भीड़ जुटाने के मामले में गिरफ्तार विनय दुबे को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। विनय दुबे 2012 में वाराणसी शहर उत्तरी से विधानसभा का चुनाव एनसीपी के टिकट पर लड़ा था।
इसके अलावा 2019 के लोकसभा चुनाव में भी विनय दुबे ने कल्याण लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर किस्मत आजमाई थी।
विनय दुबे ने कल्याण लोकसभा सीट से निर्दलीय किस्मत आजमाई थी
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि विनय दुबे का एनसीपी से कोई संबंध नहीं है। आरोपी विनय दुबे मूलत: यूपी के भदोही जिले का रहने वाला है।

गौरतलब है कि लॉकडाउन बढ़ाए जाने के तुरंत बाद मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर प्रवासी श्रमिकों की अपने घर पर जाने के लिए भारी भीड़ उमड़ी पड़ी थी। भीड़ को देखकर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे। ऐसे में पुलिस ने तेजी से कार्यवाही करते हुए वहां मौजूद भीड़ को समझाइश के बाद वहां से हटाया। इसके अलावा पुलिस को हलका बल प्रयोग भी करना पड़ा था।
भीड़ स्टेशन पर इका करने के पीछे विनय दुबे शख्स का हाथ बताया गया। इसके बाद विनय दुबे को हिरासत में ले लिया गया। विनय बांद्रा में भीड़ इका करने का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
आरोपी को नवी मुंबई पुलिस ने हिरासत में लेकर मुंबई पुलिस को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि विनय दुबे चलो घर की ओर कैंपेन चला रहा था।
विनय दुबे 2012 में वाराणसी से विधानसभा का चुनाव एनसीपी के टिकट पर लड़ा था
अपने फेसबुक पर शेयर किए गए पोस्ट में उसने टीम के बांद्रा में होने की बात कही थी। इस मामले में पुलिस ने एक हजार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
दुबे के खिलाफ आईपीसी की धारा 117, 153 ए, 188, 269, 270, 505(2) और एपिडेमिक एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया है।