केरल विमान हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 21 हुआ

विमान में 180 यात्री और 6 कू्र मेंबर थे, 149 जख्मी हुए, 22 की हालत नाजुक

केरल। केरल में शुक्रवार शाम हुए विमान हादसे में मृतकों का आंकड़ा 21 हो गया है। इनमें दोनों पायलट भी शामिल हैं। विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। इस बीच, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में एविएशन और मीटीरियोलॉजी (मौसम विज्ञान) के एक्सपर्ट साइमन प्राउड ने दावा किया है कि हादसे के समय करिपुर में तेज तूफान आ रहा था। उन्होंने इसकी पुष्टि के लिए सैटेलाइट डेटा भी साझा किया है।

कल वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट ्रङ्गक्च-1344 दुबई से कोझीकोड पहुंची थी। लैंडिंग के दौरान यह रनवे से फिसलकर 35 फीट गहरी खाई में जा गिरी थी। मलप्पुरम कलेक्टर के गोपालकृष्णन ने बताया कि विमान में 180 यात्री और 6 कू्र मेंबर थे। 149 जख्मी हुए हैं। 22 को मामूली चोटें आई थीं, जिनकी इलाज के बाद छुट्टी कर दी गई। बाकी 127 का मलप्पुरम और कोझीकोड के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें से 22 की हालत नाजुक है।

2 बार लैंडिंग टाली गई

यह हादसा शुक्रवार शाम 7.41 बजे हुआ। फ्लाइट भारी बारिश के दौरान एयरपोर्ट के रनवे नंबर 10 पर लैंड कर रही थी। पायलट को लैंडिंग करने में दिक्कत आ रही थी। 2 बार लैंडिंग टाल भी दी गई। तीसरी कोशिश के दौरान फ्लाइट फिसल गई और रन-वे से आगे निकल गई। विमान 35 फीट गहरी खाई में गिर गया। हादसे में जान गंवाने वालों में एयरफोर्स के रिटायर्ड विंग कमांडर दीपक वसंत साठे और को-पायलट अखिलेश कुमार भी शामिल हैं, जो विमान उड़ा रहे थे। हादसे में विमान के दो टुकड़े हो गए।

हादसा कैसे हुआ?

शहर में तेज बारिश हो रही थी। डीजीसीए के मुताबिक, विजिबिलिटी 2000 मीटर थी। बोइंग 737 प्लेन रनवे पर फिसलते हुए आगे की ओर गया और खाई में गिर गया।

10 साल पहले मैंगलोर में ऐसा ही हादसा हुआ था

22 मई 2010 में मैंगलोर एयरपोर्ट पर भी ऐसा ही हादसा हुआ था। इस हादसे में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। तब भी प्लेन एयर इंडिया एक्सप्रेस का था और दुबई से ही लौट रहा था। मैंगलोर भी टेबल टॉप एयरपोर्ट है। इसका मतलब है कि यह एयरपोर्ट एक पहाड़ी के ऊपर है।