
भीलवाड़ा। दिनांक 2 व 3 सितम्बर को कृषि जलवायु खण्ड चतुर्थ (ए) की खण्डीय अनुसन्धान एवं विस्तार सलाहकार समिति की बैठक ऑनलाईन उदयपुर से महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एन.एस. राठौड़ के मुख्य अतिथ्य एवं अनुसन्धान निदेशक डॉ. एस.के. शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गयी।
बैठक में भीलवाड़ा, उदयपुर, राजसमन्द एवं चित्तौडग़ढ़ जिले के कृषि से सम्बन्धित यथा कृषि, उद्यान, एटीसी, कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि अनुसंधान केन्द्र आदि के कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों ने भाग लिया।
उक्त बैठक में आगामी रबी फसल की कार्य योजना की विस्तृत चर्चा कर मूर्तरूप दिया गया जिसमें फसलवार बुवाई क्षैत्र, उत्पादन, उत्पादकता के साथ-साथ आगामी रबी में उर्वरक एवं बीज की व्यवस्था आदि की तकनीकी रूप से चर्चा की गयी।
भीलवाड़ा जिले के समस्त कृषि अधिकारीगण कृषि भवन भीलवाड़ा में आत्मा सभा भवन में उक्त दो दिवसीय बैठक में भाग लेकर कृषि एवं उद्यानिकी फसलों में आ रही विभिन्न कीट-व्याधि बीमारियों की समस्याओं से वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिकों को अवगत करवाया ताकि समय पूर्व रोकथाम के इन्तजाम किये जाकर रबी फसलों को बचाया जा सकें।
इसी दौरान आत्मा योजनान्तर्गत प्रकाशित पुस्तिका मुर्गीपालन एक लाभदायक व्यवसाय का विमोचन खण्डीय संयुक्त निदेशक आर.जी. नायक द्वारा किया गया। इसी दौरान उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक डॉ. जी. एल. चावला, उप निदेशक कृषि (विस्तार) रामपाल खटीक, सहायक निदेशक कृषि डॉ. शंकर सिंह राठौड़, माणिक लाल शर्मा, डॉ. के.जी. छीपा, राकेश माला आदि अधिकारी उपस्थित रहें।
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