
झुंझुनूं। बाकरा गांव में सोमवार को प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर लगाया गया। जिला मुख्यालय पर वीसी होने के कारण शिविर में दोपहर दो बजे तक अधिकारी नहीं पहुंचे। इसलिए ग्रामीणों के काम नहीं हुए। ग्रामीणों की सूचना पर शाम कलेक्टर उमरदीन खान ने शिविर में पहुंचकर अधिकारियों से ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान कराया। उसके बाद शिविर में ग्रामीणों के काम हुए।
बाकरा गांव में प्रशासन गांवों के संग अभियान था। इसकी तैयारी कर ली गई थी। शामियान लगा दिया गया। कुर्सी बिछा दी गई। कर्मचारी भी पहुंच गए, लेकिन वीसी की वजह से एसडीएम व तहसीलदार नहीं आए। इस कारण लोगों के काम नहीं हुए। दोपहर दो बजे एसडीएम व तहसीलदार शिविर में पहुंचे उसके बाद लोगों के काम होना शुरू हुए। शाम करीब चार बजे कलेक्टर उमरदीन खान ने शिविर का जायजा लिया। इस दौरान कलेक्टर ने कोविड-19 से मृत्यु होने वाले व्यक्ति के आश्रितों को सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।
शिविर में मिला श्रमिक कार्ड : ग्राम पंचायत बाकरा के राउमावि में सुमन देवी ने श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन किया जिसको मौके पर ही विभाग द्वारा कार्ड जारी किया गया। सुमन को पालनहार से भी जोड़ा गया। कमलेश देवी का को भी कार्ड सौंपा गया। जिला श्रम कल्याण अधिकारी अरूणा शर्मा ने बताया कि शिविर में 3 कार्डों में शुद्धिकरण किया गया। कलेक्टर ने रास्ता कटान व अन्य प्रकरणों का अपनी मौजूदगी में निस्तारण कराया।
55 व्यक्तियों को आवासीय पट्टे जारी किए
उत्तरासर की संतोष पत्नी महेश मीणा को प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान निर्माण के लिए 1. 30 लाख रुपए की राशि का स्वीकृति आदेश दिया। शिविर प्रभारी एसडीएम शैलेष खैरवा, तहसीलदार अजीत जानू, बीडीओ राकेश जानू, सरपंच राजेंद्र चाहर आदि मौजूद थे।
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