
- गुजरात और असम से लौटे श्रमिक अपने घर
- रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए टोल फ्री नम्बर किया सरकार ने जारी
जयपुर
कोरोना के प्रकोप के चलते लॉकडाउन में अपने घर आने को तरस रहे प्रवासीश्रमिकों को अपने घर तक पहुंचाने के काम में आखिकर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार सफल होती हुई नजर आ रही है। राजस्थान सरकार के प्रयासों से अब तक करीब 5 हजार श्रमिकों को दूसरे राज्यों से राजस्थान लाया गया है।
प्रवासी श्रमिकों को अपने घर तक पहुंचाने में अशोक गहलोत सरकार सफल हुई
राजस्थान के श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि सीएम अशोक गहलोत के निर्देशों के बाद गुजरात और असम से प्रवासी राजस्थानी श्रमिकों को वापस अपने गृह राज्य लाने का काम शुरु हो गया है।टीकाराम जूली ने बताया कि गुजरात के विभिन्न जिलों से करीब 4082 राजस्थान के श्रमिक और असम से करीब 400 श्रमिकों को अपने घर तक पहुंचा दिया गया है।
शेष को भी लाएंगे,रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी
मंत्री जूली ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अथक प्रयासों से देश के विभिन्न राज्यों में काम कर रहे श्रमिकों को लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शुरुआत में राजस्थान के लगभग 5 हजार श्रमिकों को प्रदेश लाया जा चुका है एवं शेष को लाने का कार्य प्रक्रियाधीन है।
प्रवासी श्रमिकों को वापस अपने गृह राज्य लाने का काम शुरु
राज्य सरकार द्वारा प्रवासियों को लाने के लिए कॉल सेंटर स्थापित कर रजिस्ट्रेशन भी चालू कर दिया है।जूली ने बताया कि गुजरात,असम के अलावा देश के शेष राज्यों से हमारे श्रमिकों को लाने के लिए सहमति बन चुकी है।
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श्रम मंत्री जूली ने बताया कि भारत के विभिन्न राज्यों में काम कर रहे प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश लाने का कार्य प्रारंभ है एवं जल्द ही उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचा दिया जाएगा।
प्रवासी श्रमिकों को प्रदेश लाने का कार्य प्रारंभ है
उन्होंने बताया कि प्रदेश में काम कर रहे देश के विभिन्न राज्यों के श्रमिकों को भी उनके राज्य में भिजवाने का कार्य चालू कर दिया है। इस दौरान सरकार की और से प्रवासी श्रमिकों को लाने,खाने-पीने, स्वास्थ्य जांच एवं काउंसलिंग संबंधित सभी कार्य राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे हैं।