
अगरतला। त्रिपुरा विधानसभा के होने वाले चुनाव के लिए चल रहा प्रचार अभियान मंगलवार दोपहर समाप्त हो गया। 16 फरवरी को 8 जिलों के सभी 60 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गीते किरणकुमार दिनकरराव ने कहा कि 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में 31 महिलाओं सहित कुल 259 उम्मीदवार मैदान में हैं। वोटों की गिनती 2 मार्च को होगी
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने निष्पक्ष और हिंसा मुक्त विधानसभा चुनाव के लिए सीएपीएफ की 400 कंपनियां (30,000 सुरक्षाकर्मी) प्रदान की हैं। अधिकारी ने बताया कि सीएपीएफ के अलावा, असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, लगभग 9,000 टीएसआर जवानों और 6,000 से अधिक त्रिपुरा पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया गया है।
त्रिपुरा में पहली बार कांग्रेस और माकपा के नेतृत्व वाला वाम मोर्चा सीट बंटवारे के तहत संयुक्त रूप से चुनाव लड़ रहे हैं और उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों में संयुक्त रैलियां भी कीं। वाम मोर्चे ने 47 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए और कांग्रेस को 13 सीटें आवंटित कीं। सीईओ ने कहा कि 259 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 55 उम्मीदवारों को सत्तारूढ़ भाजपा, इसके बाद माकपा (43), टिपरा मोथा पार्टी (42), तृणमूल कांग्रेस (28) और कांग्रेस ने 13 उम्मीदवारों को खड़ा किया है।
भले ही भाजपा ने अपने सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) को पांच सीटें आवंटित की हैं, लेकिन आईपीएफटी ने छह उम्मीदवार खड़े किए हैं। कुल 58 निर्दलीय उम्मीदवार और विभिन्न छोटे दलों के 14 उम्मीदवार भी चुनाव लड़ रहे हैं।