अल्पसंख्यक कल्याण के क्षेत्र में सरकार अव्वल: मंत्री शाले

जयपुर। अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा है कि प्रदेश सरकार अल्पसंख्यकों के बहुआयामी उत्थान के लिए विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं और बहुद्देश्यीय कार्यक्रमों के माध्यम से भरसक प्रयासों में जुटी हुई है। इनका अधिकाधिक लाभ उठाने के लिए आगे आएं तथा अल्पसंख्यक कल्याण गतिविधियों में प्रदेश को अग्रणी पहचान दिलाने में सहभागिता निभाएं।

अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री ने रविवार को जैसलमेर जिले के सम में मदरसा प्रांगण में अल्पसंख्यक मामलात विभाग द्वारा राज्य सरकार की मदरसा शिक्षा आधुनिकीकरण योजना के अन्तर्गत पंजीकृत मदरसों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए खेल सामग्री वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए यह बात कही। समारोह की अध्यक्षता सम पंचायत समिति की प्रधान उषा राठौड़ ने की जबकि जैसलमेर नगर परिषद के सभापति हरिवल्लभ कल्ला तथा समाजसेवी गोविन्द भार्गव विशिष्ट अतिथि थे।

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अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद एवं अतिथियों ने सम, फतेहगढ़ एवं देवीकोट क्षेत्र के मदरसों के लिए खेल सामग्री (फुटबाल, बेडमिंटन, कैरम बोर्ड तथा क्रिकेट सैट) तथाए सामग्री आवंटन पत्र इन मदरसों के सदर/ सचिव को प्रदान किए। उत्कृष्ट कार्यों के लिए शिक्षा सहयोगियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

अल्पसंख्यकों का बेहतर शैक्षिक विकास

अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के शैक्षिक विकास, शिक्षण सुविधाओं के विस्तार तथा विद्यार्थियों के भविष्य को सँवारने के लिए चौतरफा प्रयास जारी हैं और इन्हें और अधिक व्यापकता के साथ लागू किया जाएगा।

शिक्षा से ही समग्र विकास संभव

उन्होंने कहा कि सामाजिक विकास एवं आत्मनिर्भरता के साथ ही आंचलिक विकास के लिए शिक्षा सर्वोपरि कारक है। इसके लिए विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को पूरी जागरुकता के साथ आगे आकर सामाजिक नवनिर्माण में अधिकाधिक सहभागिता निभाने की आवश्यकता है। उन्होंने जिले के पंजीकृत मदरसाेंं के लिए मदरसा आधुनिकीकरण योजना के अन्तर्गत निर्माण कार्य शीघ्र करावाए जाने का आश्वासन दिया।

मॉडल मदरसों के प्रस्ताव बनाएं

उन्होंने जिले में चुनिन्दा मदरसों को मॉडल मदरसों के रूप में चिह्नित करने के निर्देश जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को दिए और कहा कि इनके लिए कुछ मदरसों के प्रस्ताव लेकर शीघ्र भिजवाएं ताकि इन मदरसों को मदरसा आघुनिकीकरण योजना में लाभान्वित किया जा सके।

प्रतिभाओं का निखारें

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि छात्र-छात्राओं को चाहिए कि मदरसों के लिए प्रदत्त खेल सामग्री का उपयोग कर अपनी खेल प्रतिभाओं को निखारें तथा विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में अपना नाम रोशन करें।