
नई दिल्ली । देश के पांच राज्यों में 24 घंटों में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से 33 लोगों की मौत हुई, जबकि 17 लापता हैं। हिमाचल में 22 लोगों की मौत हुई है। सबसे अधिक तबाही मंडी, कांगड़ा और चंबा में हुई। वहीं, उत्तराखंड में चार ने जान गंवाई। इसके अलावा ओडिशा में चार, जम्मू-कश्मीर में दो और झारखंड में एक की मौत हुई।
हिमाचल में शुक्रवार रात से भारी बारिश हो रही है। खराब मौसम के चलते मणिमहेश यात्रा दो दिन टाल दी गई है। मंडी में भूस्खलन और बादल फटने से 16 लोग मलबे में दब गए। यहां 13 लोगों ने जान गंवाई। यहां एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, थुनाग में बादल फटने से 31 मकान, 60 दुकानें, 26 गोशालाएं और एक पुल ध्वस्त हो गया। चंबा में मलबे में दबने से घर में सो रहे दंपती और बेटे की मौत हो गई। प्रदेश में 268 सड़कों पर आवाजाही ठप हो गई। हिमाचल और उत्तराखंड में 17 लोग लापता हैं।

पौंग का जलस्तर बढ़ा, पंजाब में भी अलर्ट
पौंग बांध का जलस्तर 1374.78 फुट पहुंच गया है। हिमाचल के कांगड़ा व पंजाब के होशियारपुर, गुरदासपुर, पठानकोट, मुकेरियां, दसूहा, जवाली, इंदौरा, नूरपुर, फतेहपुर, जवाली, तलवाड़ा, हाजीपुर और इंदौरा के लिए अलर्ट जारी किया है। शाह नहर बैरेज व ब्यास से पानी छोड़ा जा सकता है।
हिमाचल : 22 की मौत
- मंडी, कांगड़ा और चंबा में सबसे ज्यादा नुकसान। मंडी में 13 की मौत
- मंडी में एक ही परिवार के आठ लोगों की मौत
- थुनाग में बादल फटा…31 मकान और 60 दुकानों समेत 26 गोशालाएं व एक पुल ध्वस्त
उत्तराखंड : 4 की गई जान
- कई नदियों में उफान, कई सड़कें और पुल टूटे, आवाजाही ठप…12 लोग लापता
- चार लोगों को हेलिकॉप्टर की मदद से निकाला
- तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 250 सड़कें बंद
जम्मू-कश्मीर में भी हादसा…2 मौतें
- उधमपुर जिले के टिकरी ब्लॉक में एक मकान पर गिरा पहाड़ का मलबा…आरिफ (3) और गनी (2 माह) की मौत। एक बच्चे को बचाया। तीन अन्य मलबे में दबे
- भूस्खलन से उधमपुर-पंचैरी और मोंगरी मार्ग भी बंद