
भारतीय रिजर्व बैंक, यानी आरबीआई द्वारा जारी किए जाने वाले करेंसी नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीरों को हमेशा प्रकाशित किया जाता है, और कुछ ही दिन पहले उन्हीं नोटों पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अब भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की तस्वीरें प्रकाशित करने की मांग उठाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजनैतिक हलकों में हंगामा खड़ा कर दिया था, जिसे लेकर भाजपा ने भी आम आदमी पार्टी पर लगातार पलटवार किए।
लेकिन क्या आपने ध्यान दिया है, देश में प्रचलित हर करेंसी नोट पर राष्ट्रपिता, यानी बापू के अलावा एक और तस्वीर हमेशा ही होती है, जो हर मूल्य के नोट पर अलग होती है।
जी हां, भारत में इस वक्त चल रहे 10 रुपये, 20 रुपये, 50 रुपये, 100 रुपये, 200 रुपये, 500 रुपये और 2000 रुपये के नोटों पर सामने की तरफ हमेशा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी दिखाई देते हैं, लेकिन हर नोट पर पीछे की तरफ एक अलग ही स्मारक नजर आता है।
2000 के नोट के पीछे छपा है चंद्रयान

सबसे पहले बात करते हैं, 2000 रुपये के नोट की, तो इसके पीछे चंद्रयान की तस्वीर छपी है। चंद्रयान भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो का एक बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। हालांकि, अब इन नोटों को बंद कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, अब भारतीय रिजर्व बैंक 2000 के नोट जारी नहीं करेगी, लेकिन अब तक बाजार में जो नोट है, वो वैध रहेंगे।
500 के नोट पर छपा लाल किला
अगर 500 रुपये के नोट पर ध्यान दिया जाए, तो नोटबंदी के बाद जारी किए गए 500 रुपये के नए नोट पर लाल किले की तस्वीर छपी हुई है। यह देश की राजधानी दिल्ली में स्थित है। यहीं, भारत के प्रधानमंत्री 15 अगस्त के मौके पर भारतीय ध्वज फहराते हैं।
200 रुपये के नोट पर

200 रुपये के नोट पर सांची का स्तूप छपा हुआ है। यह मध्य प्रदेश की रायसेन जिले के सांची शहर में स्थित है। यह भारत के सबसे प्राचीन इमारतों और कलाकृतियों में से एक है। इसे यूनेस्को की लिस्ट में शामिल किया जा चुका है। आपको बता दें, ‘सांची का स्तूप’ सम्राट अशोक के कार्यकाल में बनाया गया था।
रानी का वाव

100 रुपये के नोट की बात करें, तो इसके पुराने नोट पर भारत के सबसे ऊंचे और विश्व में तीसरे सबसे ऊंचे पर्वत शिखर कंचनजंगा की तस्वीर है। वहीं, नए वाले नोट पर रानी की वाव की तस्वीर है। रानी का पाव गुजरात के पाटन जिले में स्थित है। भारतीय रिजर्व बैंक ने जुलाई, 2018 में 100 रुपये के नए नोट के ऊपर इस चित्र को छापा था। आपको बता दें, रानी की वाव को 22 जून, 2014 को यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल में शामिल किया जा चुका है।
50 के नए और पुराने नोट पर है ये तस्वीरें
पुराने 50 रुपये के नोट के पीछे संसद भवन की तस्वीर है। वहीं, नए नोट के पीछे हम्पी की फोटो छपी हुई है। हम्पी मंदिर कर्नाटक की तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित है। हम्पी कर्नाटक का एक प्राचीन गांव है।
एलोरा की गुफाएं

जब आप 20 रुपये के नए नोट पर गौर करेंगे तो इस पर एलोरा की गुफाओं की तस्वीर छपी नजर आएगी। उसको भी यूनेस्को वल्र्ड हेरिटेज में शामिल किया गया है। एलोरा की गुफाएं औरंगाबाद में स्थित है, इसमें कुल &4 गुफाएं हैं।
सूर्य मंदिर

10 रुपये के नोट पर कोणार्क का सूर्य मंदिर का चित्र अंकित है। यह ओडिशा के पुरी जिले में स्थित है। यह पुरी शहर से &5 किलोमीटर की दूर है। वर्ष 1984 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दे दी थी।
कब ली गई थी नोट पर छपी गांधी की तस्वीर?
भारतीय रुपया के नोट के पीछे तो अलग-अलग तस्वीरें रहती हैं, लेकिन इसके अगले हिस्से पर महात्मा गांधी की तस्वीर रहती है। हालांकि, बहुत कम लोगों को पता होगा कि आखिर यह फोटो कब और किसने ली थी। दरअसल, नोट पर छपी महात्मा गांधी की यह तस्वीर उस समय ली गई थी, जब भारत अंग्रेजों के अधीन थी।
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