
जोधपुर। जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री अशोक गहलोत और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री माननीय श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत को पत्र लिखकर केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश वित वर्ष 2021-2022 के आमबजट में देशभर में घोषित/प्रस्तावित सात मेगा टेक्सटाईल्स पार्को में से एक टेक्सटाईल्स पार्क जोधपुर में स्थापित करने और भविष्य को देखते हुए उद्योगों के लिए अतिआवश्यक कार्गो एयरपोर्ट की स्थापना भी जोधपुर में कराने की मांग की।
जेआईए अध्यक्ष एन.के. जैन ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा सर्वप्रथम केन्द्र सरकार और राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया गया कि अन्ततः उन्होंने पश्चिमी राजस्थान के विकास के लिए योजना बनाई जिससे औद्योगिक विकास की गाड़ी रफ्तार पकड़ सकेगी। एसोसिएशन ने आने वाले समय में दिल्ली-मुंबई इण्डस्ट्रीयल फ्रेट कॉरिडोर, मेडिकल डिवाइस पार्क, रिफाइनरी और एम.बी.एम. यूनिवर्सिटी के विस्तार को देखते हुए यात्री हवाई अड्डा के विस्तार के साथ-साथ कार्गो एयरपोर्ट की भी आवश्यकता जाहिर की। इसका विस्तार इण्डस्ट्रीयल फ्रेट कॉरिडोर के आस-पास ही भूमि चिन्हित कर किया जाना चाहिए। और साथ ही उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा घोषित एवं प्रस्तावित मेगा टेक्सटाईल्स पार्क की स्थापना यदि जोधपुर में की जाती है तो इसे केन्द्र सरकार की दिल्ली-मुंबई इण्डस्ट्रीयल फ्रेट कॉरिडोर की परियोजना के अन्तर्गत शामिल कर स्थापित किया जाना चाहिए। क्योकि केन्द्र सरकार की दिल्ली-मुंबई इण्डस्ट्रीयल फ्रेट कॉरिडोर की परियोजना के अन्तर्गत जोधपुर-पाली रोड़ पर स्थित निमला-निमली क्षेत्र में 1000 एकड़ की जमीन उपलब्ध है जहा नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित किये जाने वाले है।

उन्होंने कहा कि यदि टेक्सटाईल पार्क के लिए जरूरी मापदण्डों को देखा जाये तो जोधपुर, पाली, बालोतरा टेक्सटाईल्स प्रिंटिग एवं डाईग का गढ़ होने के कारण वर्तमान में यहाँ 25 लाख मीटर कपडे़ की प्रिंटिग होती है। जोधपुर में भूजल स्तर बहुत अधिक होने के कारण पीएचडी द्वारा जोधपुर में भूजल की निकासी कर उसे व्यर्थ ही बहा दिया जाता है अगर इस जल को व्यर्थ ना बहाकर पाइप लाइन द्वारा इन औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुचाया जाता है तो इससे टेक्सटाईल्स उद्योग और अन्य उद्योगों की महत्वपूर्ण आवश्यकता उच्च गुणवता के पानी की उपलब्धता पूरी की जा सकती है। तथा इन उद्योगों से निकलने वाले अपशिष्ट जल को ट्रिटेड कर कृषि उपयोग में भी काम लिया जा सकता है। और इसके साथ ही जोधपुर में टेक्सटाईल उद्योगों के विकास एवं विस्तार हेतु आवश्यक अनुसंधान जैसे आईआईटी, एमबीएम विश्वविद्यालय, निफ्ट, टेक्सटाईल्स कॉलेज, सीईटीपी और पर्याप्त मात्रा में श्रमिकों की उपलब्धता सहित अनेक सुविधाएं पहले से उपलब्ध है। जोधपुर की सड़क, रेल एवं वायु मार्ग से पूरे देश से कनेक्टिविटी भी है।

राजस्थान टेक्सटाइल हैंड प्रोसेसर्स एसोसिएशन, पाली के अध्यक्ष विनय जैन ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि पाली एवं जोधपुर के बीच में रीको द्वारा जो नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है उसे दिल्ली-मुंबई इण्डस्ट्रीयल फ्रेट कॉरिडोर योजना के तहत टैक्सटाइल पार्क के रूप में विकसित किया जाए। पाली और जोधपुर मैं अनेक लघु उद्यमी वर्षों से टेक्सटाइल के क्षेत्र में कार्यरत है और जिन्होनें देश और विदेश में टेक्सटाइल के रूप में ख्याति भी अर्जित की है यदि इसको टेक्सटाइल के क्षेत्र में यह योजना मिल जाती है तो दोनों शहरों के बीच में एक बड़ा टैक्सटाइल हब बन सकता है।
यह भी पढ़े: संस्कृत विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस समारोह शनिवार को
एसोसिएशन द्वारा माननीय मुख्यमंत्री से पत्र के माध्यम से निवेदन किया है कि राजस्थान सरकार इस संदर्भ मे एक प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भिजवाये जिससे टैक्सटाईल पार्क और कार्गो एयरपोर्ट के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो सके। एसोसिएशन द्वारा यह आशा व्यक्त कि गई कि जिस प्रकार केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री माननीय श्री गजेन्द्रसिंह शेखावत के अथक प्रयासों से जोधपुर को एलिवेटेड रोड़ और जोजरी रिवर फ्रंट की सौगात मिली है उसी तरह केन्द्र सरकार द्वारा देश में घोषित/प्रस्तावित सात मेगा टेक्सटाईल्स पार्को में से एक पार्क को राजस्थान प्रदेश के जोधपुर में स्थापित करने हेतु और कार्गो एयरपोर्ट की आवश्यकता को देखते हुए उनके द्वारा केन्द्र सरकार के समक्ष प्रयास किये जायेंगे ताकि जोधपुर के टेक्सटाईल्स उद्योगों के विकास एवं विस्तार का मार्ग प्रशस्त हो सकें और जोधपुर के टेक्सटाईल्स को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिल सकें।