जोधपुर में कोरोना संक्रमितों के सम्पर्को को ढूढऩे में तत्पर है कांट्रेक्ट ट्रेसिंग सेल

जोधपुर कांटे्रक्ट ट्रेसिंग सेल, jodhpur contract tracing cell
जोधपुर कांटे्रक्ट ट्रेसिंग सेल, jodhpur contract tracing cell

जोधपुर। जिले में कोविड-19 के कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों को ढूढने के कार्य में कांट्रेक्ट ट्रेसिंग सेल बेहतर व तत्परता के साथ कार्य कर रही है। इस सेल ने अब तक कोरोना पॉजिटिव के 308 पॉजिटिव व्यक्तियों के लगभग 3 हजार सम्पर्क व्यक्तियों की सूचना संकलित की है। जिनमें से काफी कोरोना पॉजिटिव पाये गये।

जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कोविड-19 वायरस प्रसार को रोकने के लिए राजस्थान ऐपिडेमिक एक्ट के तहत विभिन्न सेल का गठन किया गया। जिसमें कांट्रेक्ट ट्रेसिंग सेल भी गठित की।

सेल के नोडल अधिकारी मेघराज सिंह रतनू ने बताया कि अब तक 308 पॉजिटिव व्यक्तियों के अनुमानित 2500-3000 सम्पर्क व्यक्तियों की सूचना संकलित की गई है व हाईरिस्क सम्र्पकों में से ही काफ ी संख्या में व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए है।

सेल में सहायक नोडल अधिकारी आईएएस (प्रशिक्षु) मयंक मनीष, आईएएस (प्रशिक्षु) अपर्णा गुप्ता, जेडीए सचिव हरभान मीणा, डीटीओ राजेन्द्र डांगा, उपायुक्त जेडीए पुष्पा हरवानी, अतिरिक्त उपायुक्त पुलिस (पश्चिम) उमेश ओझा, अतिरिक्त उपायुक्त पुलिस (पूर्व) डॉ. तेजपालसिंह सहयोगी की भूमिका निभा रहे है।

कांट्रेक्ट ट्रेसिंग के लिए पांच टीम कार्यरत: रतनू ने बताया कि ट्रेसिंग के लिए पांच टीम कार्यरत है। प्रत्येक टीम में 15 सदस्य है। कोरोना व्यक्तियों की सूचना एमडीएम के लेब प्रभारी डॉ पीके खत्री व ए स के प्रभारी डॉ. विजय लक्ष्मी नाग से ज्योही कांट्रेक्ट ट्रेसिंग सेलव ईमेल से सूचना आती है, तत्काल पांच टीमें कार्य विभाजन के आधार पर पॉजिटिव के कांट्रेक्ट ट्रेसिंग में सक्रिय हो जाती है व अभी तक कई घंटो व अधिकतम 24 घंटे में सभी कांट्रेक्ट ट्रेसिंग का कार्य इन टीमों द्वारा पूरा कर लिया गया है।

जोधपुर जिले में कांट्रेक्ट ट्रेसिंग सेल कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों को ढूढने में कार्य कर रही है।

कई बार सूचनाओं की सत्यता की जांच व छुपाई जाने वाली सूचना के बारे में कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति द्वारा काम मे लिए मोबाइल सेवा की सीडीआर से ऐसे व्यक्ति के भ्रमण स्थलों की जानकारी प्राप्त कर सूचनाओं का मिलना एवं सत्यापन किया जाता है।

वहीं सभी संभावित स पर्कों की तलाश के लिए कांट्रेक्ट ट्रेसिंग ग्रुप बनाया हुआ है, जिसमें डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के उपप्राचार्य, एमडीएम अधीक्षक, सीएमएचओ, डिप्टी सीएमएचओं व जिला स्तरीय अधिकारी शामिल है।

दो श्रेणियों में तैयार होती है सूचना: उन्होने बताया कि कांट्रेक्ट ट्रेसिंग टीम द्वारा संकलित स पर्क व्यक्तियों की सूचना दो श्रेणियों में तैयार की जाती है। जो लोग कोरोना पॉजिटिव के निकट सम्पर्क में रहे है उन्हें हाईरिस्क श्रेणी व जो कुछ समय के लिए सम्पर्क में रहे व संक्रमण की संभावना कम होती है उन्हें लो रिस्क श्रेणी में रखा जाता है।

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टीम द्वारा हाईरिस्क की सूचना तत्काल ईमेल द्वारा सीएमएचओं व डिप्टी सीएमएचओं की टीम को दी जाती है। हाईरिस्क कांटेक्टस के सैंपल लेकर कोरोना जांच करवायी जाती है ऐसे लोगों को 14 दिन के लिए स्टेट वारंटाईन में रखा जाता है व लॉ रिस्क श्रेणी के व्यक्तियों की सूचना नगर निगम सर्विलेंस टीम को भेजी जाती है, जो इन व्यक्तियों को 14 दिन होम वारेंटाईन या स्वंय के निवास में आईसोलेशन में कर देती है।

जोधपुर जिला जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कांट्रेक्ट ट्रेसिंग सेल भी गठित की।

जेडीए के कंट्रोल रूम से दोनों प्रकार की सूचनाएं सीएमएचओं व डिप्टी सीएमएचओं, नगर निगम की सर्विलेंस टीम के साथ-साथ कंट्रोल रूम में दी जाती है।

नोडल अधिकारी ने बताया कि कांट्रेक्ट ट्रेसिंग टीम द्वारा टीम में कार्य का विभाजन कर प्रत्येक कोरोना पॉजिटिव के वास्तविक व संभावित स पर्को की तलाश पूर्ण मनोयोग से की जाती है।