स्कूलों की मनमर्जीयों को रोकने के लेकर संयुक्त अभिभावक संघ का जागरूकता अभियान

जयपुर। संयुक्त अभिभावक संघ फीस एक्ट 2016 और शिक्षा में सुधार को लेकर राज्य सरकार को लगातार चेता रहा है। यह फीस एक्ट कुछ हद तक निजी स्कूलों की मनमानी पर रोकने के लिए कारगर साबित होगा। जिससे प्रदेश के करोड़ो अभिभावकों को निजी स्कूलों की हठधर्मिता का शिकार होने से बचाएगा। फीस एक्ट 2016, राजस्थान हाईकोर्ट के हालिया आदेशों सहित केंद्र व राज्य सरकार की शिक्षा और निजी स्कूलों को लेकर जारी की गई गाइडलाइनों को अभिभावकों तक पहुंचाने के लिए संयुक्त अभिभावक संघ ने ” अभिभावक जागरूकता अभियान ” का आगाज किया है।

अभियान के दूसरे दिन विद्याधर नगर के केपीएस उड़ान स्कूल के अभिभावकों से मुलाकात कर अभिभावकों के अधिकारों सहित शिक्षा को लेकर सभी गाइडलाइनों की जानकारी अभिभावकों को प्रदान की गई। इस दौरान लीगल सेल अध्यक्ष एडवोकेट अमित छंगाणी ने राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा जारी आदेश एवं प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने शिक्षा में सुधार को लेकर संगठन की विस्तार से जानकारी दी साथ ही शिक्षा से संबंधित किसी भी कानूनी सलाह पर सदैव उपलब्ध रहने की बात कही।

संघ महिला प्रभारी अमृता सक्सेना ने कहा कि पिछले काफी वर्षो में काफी हद तक शिक्षा इतनी महंगी हो गई है कि आम इंसान अपने बच्चों पढ़ाई तक नही करवा पा रहा है। कही ना कही निजी स्कूल संचालक सरकार का संरक्षण प्राप्त कर अभिभावकों को विभिन्न तरीकों से लूटने की साजिशों को लगातार अंजाम देते आ रही है।

हालिया कोरोना काल के इन नो महीनों में जब अभिभावकों के काम-धंधे ठप पड़ गए, अनगिनत लोगो की नोकरियां चली गई तब जाकर अभिभावकों ने स्कूलों के द्वार पर जाकर राहत की पहली गुहार लगाई किन्तु हठधर्मिता के चलते इन्ही प्राइवेट स्कूलों ने अभिभावकों को अंदर तक नही आने दिया, वार्ता तक नही की। तब जाकर अभिभावक आक्रोशित हुए और सड़कों पर आने पर मजबूर हुए, सभी अभिभावकों ने एकजुटता दिखाई जिसके चलते आज निजी स्कूलों की पोल खुलकर सामने आकर खड़ी हो गई।

अभिभावक संघ मंत्री युवराज हसीजा और मनोज जसवानी ने कहा कि शिक्षा का व्यवसायीकरण रोकने की मांग करने वाले अभिभावकों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है, उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही। उन्होंने कहा कि संयुक्त अभिभावक संघ ने सरकार और निजी स्कूल संचालकों के नकारात्मक रूख की जानकारी प्रदेश के सभी जिलों के अभिभावकों को देने का निर्णय लिया है। इसके लिए सभी जिलों में गोष्ठी, सम्मेलन और अभिभावक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसकी शुरुवात रविवार से प्रदेश की राजधानी जयपुर शहर से कर दी गई है।

जल्द ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में भी इस अभियान की शुरुवात कर दी जाएगी। यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक प्रदेश का प्रत्येक अभिभावक स्वयं के अधिकारों के लिए जागरूक नही हो जाता। अभी फिलहाल शुरुवाती 10 दिनों में 10 हजार से अधिक परिवारों को इस जागरूकता अभियान से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है, बकायद संयुक्त अभिभावक संघ के ऑफ्फिसियल फेसबुक पेज @sasrajasthan पर गुरुवार को सायं 7 बजे लाइव संबोधन होगा। अभिभावक इस लाइव कार्यक्रम अपने सवाल भी पूछ सकते है।