नेट-थियेटर पर उजागर हुई कथक के अंतर्भाव

लयकारी जयपुर कत्थक घराने की शान-ज्योति

जयपुर। नेट थियेट में हो रही प्रस्तुतियों की श्रंखला में शनिवार को जयपुर घराने की ख्यात नृत्य गुरु डॉ. ज्योति भारती गोस्वामी के शागिर्द मोनिका सिवाल और शाह नवाज ने जयपुर घराने की तकनीक को उजागर किया।

नेटथेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति में ठाठ, आमद के बाद ही कुछ चुनिंदा गत और फरमाइशी परणों की शानदार प्रस्तुतियों ने सभी सुधिजनो को मोहपाश में बांधे रखा। जयपुर की प्रसिद्ध कवितांग की प्रस्तुति असरदार रही। कलाकारों का तैयारी पक्ष बहुत प्रबल था। फुट वर्क के नायाब प्रदर्शन ने भरपूर प्रशंसा पाई। मंच पर लगी नृत्य करते गणेश का चित्र देश के जानेमाने वरिष्ठ चित्रकार विनय त्रिवेदी ने बनाया।

लयकारी जयपुर घराने की शान
जयपुर घराने की प्रसिद्ध नृत्य गुरु डॉ ज्योति भारती गोस्वामी ने कला समीक्षक राहुल गौतम के साथ हुई बातचीत में कहा कि जयपुर घराना हमेशा से अपनी लयकारी के लिए विख्यात रहा है। यहां कविता में भी लयकारी का हिसाब बखूबी रखा जाता है। इसके अलावा जयपुर घराने में लमछड़ की परणों की भी प्रधानता अपनी अलग महक रखती है। डॉ. ज्योति भारती ने अपने गुरु पं. गिरधारी महाराज के कृतित्व पर भी बात की। उन्होंने कहा कि पं. गिरधारी महाराज का जयपुर घराने के संरक्षण में अतुलनीय योगदान है। वर्तमान में कथक नृत्य में अपना करियर तलाशने वाले युवाओं को ज्योति ने सन्देश दिया कि कला व्यावसायिक करियर से ज्यादा समर्पण का विषय होना चाहिए। यदि आपके पास उच्चकोटि का हुनर है तो आपका जीवन खुशहाल स्वतः ही बन जायेगा।प्रकाश संयोजन मनोज स्वामी और संगीत विष्णु कुमार जांगिड़ का रहा। तथा मंच सज्जा जीतेन्द्र शर्मा, ऋचा पालीवाल, भव्य और अंकित नोनू ने किया।