
राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को अलग-अलग आधिकारिक इस्तीफे का पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा
इम्फाल। मणिपुर में मुख्यमंत्री एन. बीरेन के नेतृत्व वाली बीजेपी की गठबंधन सरकार पर संकट के बादल गहरा गए हैं। सरकार से नेशनल पीपुल्स पाटी यानि एनपीपी के चार मंत्रियों सहित जबकि राज्य के तीन बीजेपी विधायक एस. सुभाषचंद्र सिंह, टीटी हाओकिप और सैम्युअल जेंदाई ने भी इस्तीफा देते हुए बुधार को कांग्रेस ज्वाइन कर लिया। इस्तीफा देने वाले सभी मंत्री और विधायक ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
इस्तीफा देने वाले मंत्री
नेशनल पीपुल्स पार्टी के उप-मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री वाई जॉय कुमार
उनमें ट्रायबल एंड हिल्स एरिया डेवलपमेंट मिनिस्टर एन. कयिशी
यूथ एफेयर्स एंड स्पोट्र्स मिनिस्टर लेतपाओ हाओकिप
हेल्थ एंड फैमिलि वेलफेयर मिनिस्टर एल. जयंत कुमार सिंह
इस्तीफा देने वाले बीजेपी विधायक
एस. सुभाषचंद्र सिंह
टीटी हाओकिप
सैम्युअल जेंदाई
राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को अलग-अलग लिखे पत्रों में जॉय कुमार, हाओकिप और केयिशी ने कहा, मैं यह सूचित करता हूं कि मैं मणिपुर की बीजेपी की नेतृत्ववाली सरकार से अपना इस्तीफा देता हूं। जॉय कुमार सिंह ने कहा, हमने अपना आधिकारिक इस्तीफे का पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा है।
सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी कांग्रेस
60 सदस्यों वाली मणिपुर विधानसभा में अब सिर्फ बीजेपी को 18 विधायकों का ही समर्थन है। साल 2017 में 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 28 सीटें जीतने के बाद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि बीजेपी के खाते में 21 सीटें आई थी।
बीजेपी ने ऐसे बनाई सरकार
बीजेपी बीरेन सिंह के नेतृत्व में राज्य में सरकार बनाने में कामयाब हो गई। उसे नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने समर्थन किया था। एनपीपी और एनपीएफ के पास 4-4 विधायक है जबकि एक विधायक एलजेपी के पास है। एन निर्दलीय विधायक और एक टीएमसी विधायक ने भी मणिपुर में बीजेपी सरकार का समर्थन किया था।