
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में बीकानेर के वरिष्ठ शास्त्रीय गायक नारायण दास रंगा ने अपने बाल शिष्यों के साथ शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी । शाम को आयोजित हुए कार्यक्रमों में बीकानेर के भजन गायक गुलाम रसूल, श्री कोलायत की लोक गायिका मांगी बाई ने लोक गीतों की प्रस्तुति दी । मांगी बाई ने लोक गीत ‘बोले तो मीठो लागे’ ‘सैणा रा बायरिया’ के अलावा अनेक लोक गीतों की प्रस्तुति दी । फेस्टिवल में शिखर संवाद कार्यक्रम के तहत बीकानेर के वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवि डॉ नंदकिशोर आचार्य के साथ कथाकार मालचंद तिवारी ने संवाद किया। इस संवाद में नंदकिशोर आचार्य ने अपनी साहित्यिक यात्रा को एक आत्मीय संवाद के माध्यम से दर्शकों के साथ साझा किया। शिखर संवाद कार्यक्रम के तहत ही बीकानेर के वरिष्ठ रंगकर्मी, साहित्यकार एवं पत्रकार मधु आचार्य के साथ लेखक हरीश बी शर्मा ने आचार्य की सृजन यात्रा पर संवाद हुआ ।
लोकायन के गोपाल सिंह चौहान ने जानकारी दी कि फेस्टिवल में गुरुवार को सृजन के सरोकार कार्यक्रम के तहत भोपाल की सेरेमिक कलाकार शम्पा शाह के साथ सुबह 11 बजे शिखर संवाद आयोजित होगा। दोपहर 12:30 बजे कृति चर्चा के अंतर्गत प्रभात रंजन द्वारा लिखित पुस्तक ‘पालतू बोहेमियन’ पर सितार वादक असित गोस्वामी संवाद करेंगे। शाम को पैनल डिस्कशन के तहत ‘बीकानेर मनोत’ कारीगरी पर एवं ‘कला तथा समाज’ के संबंधों पर दो संवाद कार्यक्रम आयोजित होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में शाम को 7 बजे बीकानेर के लोक गायक मास्टर भंवर द्वारा लोक गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी तथा इंदौर के युवा बैंड “कबीर स्टूडियो” द्वारा कबीर भजन की प्रस्तुति दी जाएगी। थिएटर के अंतर्गत रात्रि 8 बजे मंटो की कहानी पर आधारित नाटक ‘काली सलवार’ नाटक का मंचन होगा। ऑनलाइन चल रहे इस फेस्टिवल को अब तक फेसबुक पर तीन लाख से अधिक लोग देख चुके हैं ।
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