मानसून: 1 जून को केरल के तट पर दे सकता है दस्तक

मानसून, monsoon
मानसून, monsoon

मानसून की शुरुआत केरल में दक्षिण-पश्चिम पहली जून से हो सकती है। वहीं भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि केरल में पहली जून से दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।

एजेंसी, नई दिल्ली
दक्षिण-पूर्व और उससे सटे पूर्वी-मध्य अरब सागर के ऊपर 31 मई से 4 जून के दौरान एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने कहा है कि ये स्थितियां दिखाती हैं कि केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत पहली जून से हो सकती है। वहीं भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि केरल में पहली जून से दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।

मानसून की शुरुआत पहली जून से हो सकती है

मानसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में यह भी कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और अंडमान सागर एवं अंडमान निकोबार द्वीप समूह के शेष हिस्सों में आगे बढ़ा है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून और आगे ही बढ़ता जाएगा क्योंकि, अगले 48 घंटों के दौरान मालदीव-कोमोरिन क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में इसके लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।

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यह केरल में मानसून के दाखिल होने और बरसात के मौसम की शुरुआत के लिए शुभ संकेत है। पश्चिम-मध्य और दक्षिण पश्चिम अरब सागर के ऊपर साइक्लोन के प्रभाव के चलते पश्चिम मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव वाला एरिया बन गया है। उम्मीद है कि अगले 72 घंटों में ये उत्तर पश्चिम से दक्षिण ओमान और पूर्वी यमन तट की ओर बढ़ेगा।

केरल में पहली जून से दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं

मौसम विभाग के जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए केरल सरकार ने अरब सागर में मछली मारने पर बैन लगा दिया है। वहीं जो मछुआरे पहले से ही समुद्र में मछली मारने के लिए उतरे हैं, उन्हें भी वापस आने के लिए संदेशा भेज दिया गया है। जो लोग केरल तट पर नहीं पहुंच सकते हैं, उनसे कहा गया है कि वह जितना जल्दी हो सके अपने सबसे करीब से तट पर पहुंच जाएं। इससे पहले मौसम विभाग ने 6 जून को मॉनसून के पहुंचने का अनुमान लगाया था।