बंद कमरे में बनाई गई नई शिक्षा नीति रद्द हो : एसएफआई

प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा

झुंझुनू। केंद्र की नई शिक्षा नीति जो कि अलोकतांत्रिक तरीके से लागू की गई है को रद्द करवाने के लिए छात्र संगठन एसएफआई ने जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर के नेतृत्व में झुंझुनू रेलवे स्टेशन से प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। छात्र संगठन ने रेलवे स्टेशन से कलेक्ट्रेट परिसर तक मोदी सरकार मुर्दाबाद, होश में आकर काम करो,काम नहीं तो डूब मरों के गर्मजोशी से नारेबाजी की।

संगठन के पदाधिकारियों ने कहा की संसद में बैगर किसी प्रस्ताव के तथा देश के शिक्षाविद लोगों से राय मशविरा किए बिना बंद कमरे में बनाई गई शिक्षा नीति छात्रों के हित में नहीं है। नई शिक्षा नीति में शिक्षा का भगवाकरण कर बाजारीकरण करने का काम किया है।

इस नई शिक्षा नीति में स्वायत्त मोड़ दिया गया है जो निजी शिक्षण संस्थानों को फीस निर्धारित करने के लिए स्वतंत्र करता है तथा शिक्षा के अधिकार आरटीई को चुनौती को देता है। नई शिक्षा नीति में पाठ्यक्रम तैयार करने और डिग्री देने लिए कॉलेजों को स्वतंत्रता देता है।इसलिए नई शिक्षा नीति को रद्द किया जाए अन्यथा एसएफआई बड़े आंदोलन की रणनीति तैयार करेगा।

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