
उदयपुर। वल्र्ड ओजोन-डे पर गुरुवार को विभिन्न संस्थाओं ने पौधे रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। आलोक संस्थान के आचार्य श्यामलाल कुमावत सभागार में वर्ल्ड ओजोन-डे मनाया गया। निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा की जीवन के लिए ऑक्सीजन से ज्यादा जरूरी ओजोन है। इधर, वार्ड 24 में गिर्वा प्रधान सज्जन कटारा ने लोगों को पौधे बांटे। पार्षद भगवती डांगी, प्रमोद मेनारिया, मुकीम खान मौजूद थे।
लायंस क्लब उदयपुर एलिट ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज में पौधे रोपे। क्लब अध्यक्ष वंदना शुक्ला, नितिन शुक्ला क्लब सचिव कुसुम गोयल, अशोक चौधरी, संदीप गोयल, मनीष बंसल, ललित खाब्या मौजूद थे। वन विभाग ने उबेश्वर वन खंड में पौधे रोपे। मुख्य वन संरक्षक आरके सिंह, वन संरक्षक आरके जैन, उपवन संरक्षक बालाजी करी, मुकेश सैनी मौजूद थे।
जिला पर्यावरण समिति और फास्टर भारतीय पर्यावरण सोसायटी ईंटाली की नेशनल ओपन चित्रकला और भाषण प्रतियोगिता हुई। निदेशक ललित नारायण आमेटा ने बताया कि चित्रकला प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों के 98 युवाओं को ओजोन परत क्षरण से पृथ्वी पर होने वाली हानियों का जिक्र करते हुए ओजोन परत संरक्षण भाषण के तहत नवाचार से आमजन को अपील एवं संदेश प्रस्तुत किया। श्रेष्ठ प्रतिभागियों को ऑनलाइन ओजोन रक्षक जनजागृति शिरोमणि सम्मान से अलंकृत कर किया जाएगा।

झील सुरक्षा विकास सोसायटी की विचार गोष्ठी हुई। इसमें डॉ. अनिल मेहता ने कहा कि आज से लगभग तीन शताब्दी पूर्व अमृतादेवी की अगुवाई में पेड़ों के लिए हुए बलिदान ओजोन परत की रक्षा के लिए भी था। डॉ. तेज राजदान ने कहा कि जलग्रहण क्षेत्र में पेड़ों पहाड़ों के कटने से पर्यावरण का तंत्र बिगड़ रहा है। यह ओजोन परत के लिए खतरा है। तेजशंकर पालीवाल ने कहा कि पेट्रोल-डीजल चालित मोटर बोट, क्रूज हानिकारक गैसों का उत्सर्जन कर सम्पूर्ण वायुमंडल सहित ओजोन परत को हानि पहुंचा रहे हैं। नंदकिशोर शर्मा, कुशल रावल आदि मौजूद थे।
यह भी पढ़ें- विभिन्न झांकियां सजाई, सांस्कृतिक प्रतियोगिता में नेमी-राजुल प्रथम रहे