पेपर लीक करने वालों की सीज होगी प्रोपर्टी

पेपर लीक
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मदद करने वालों पर भी होगी कड़ी कार्रवाई

4 सरकारी कर्मचारी निलंबित

पेपर लीक होने के कारण शनिवार को सेकेंड ग्रेड के जीके का एग्जाम निरस्त कर दिया गया। सरकार ने इस पूरे मामले में पुलिस और एसओजी को सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी उमेश मिश्रा ने साफ कर दिया है कि पेपर लीक गैंग के हर बदमाश के खिलाफ एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाया जाएगा। इसके अंदर पकड़े गए बदमाशों की प्रोपर्टी सीज की जाएगा। इससे बदमाशों में डर पैदा होगा। इनकी मदद करने वालों को भी नहीं छोड़ेंगे। वमामले में 4 सरकारी कर्मचारियों को निलंबित भी कर दिया गया है। वहीं, रविवार सुबह सभी आरोपियों को उदयपुर में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। जहां से युवतियों को 2 दिन और बाकी युवकों को 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है।

 पेपर लीक
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डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया- जिला पुलिस और एसओजी को इन बदमाशों की कुंडली खंगालने के निर्देश दे दिए हैं। पकड़े गए और फरार चल रहे सभी बदमाशों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के लिए अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं। मिश्रा ने बताया- नकल कराने में शामिल बदमाशों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पासा (प्रिवेंटिव ऑफ एंटी सोसियल एक्टिविटी एक्ट) भी लगाया जाएगा। इस कानून के तहत इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा गया है। पासा कानून के अनुसार व्यक्ति को बिना एक साल तक पुलिस हिरासत में रखा जा सकता हैं।

डीजीपी ने बताया- इन बदमाशों से जुड़े लोगों से भी पुलिस को पूछताछ करने के लिए कहा गया है। जिन लोगों को पता था कि ये लोग इस गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं। इन बदमाशों को शरण देने,आर्थिक सहायता करने की बात सामने आएगी तो उन के खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

क्या है पासा

ऐसे व्यक्ति जिन के द्वारा किए गया अपराध समाज को प्रभावित करता हैं। उनके खिलाफ इस एक्ट के तहत कार्रवाई की जाती है। यह एक्ट जनवरी 2021 में पेश किया गया था। इसके अनुसार, व्यक्ति को बिना किसी सार्वजनिक प्रकटीकरण के एक वर्ष तक की अवधि के लिए हिरासत में रखा जा सकता है।

क्या है एनएसए

राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम-1980 में बनाया गया था। यह कानून देश की सुरक्षा के लिए सरकार को अधिक शक्ति देने से संबंधित हैं। यह कानून केन्द्र और राज्य सरकार को ऐसे बदमाशों को गिरफ्तार करने के आदेश देती है, जिनकी वजह से बड़ा समूह या समाज प्रभावित होता है। पुलिस इन बदमाशों को बिना बताए गिरफ्तार कर सकती है। इसके लिए पुलिस को पब्लिकली जानकारी देने की जरूरत नहीं होती।

सभी 49 आरोपियों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया

 पेपर लीक
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उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने बताया कि पेपर लीक मामले में शनिवार देर रात तक आरोपियों से पूछताछ के बाद लिखित कार्रवाई पूरी कर ली गई। रविवार सुबह मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। 7 युवतियों को 2 दिन की रिमांड पर लिया गया है। इनसे कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए सवाल पूछे जाएंगे। वहीं 42 युवकों को 5 दिन की रिमांड पर लिया गय है। उन्होंने पेपर के लिए सबसे पहले किस से बात की। कौन उनको इस बारे में सब कुछ बता रहा था? वहीं अब तक उदयपुर पुलिस की पकड़ में आए सुरेश विश्नोई और भजनलाल को भी आमने-सामने बिठाकर लंबी पूछताछ होगी। सुरेश ढाका और भूपेंद्र की तलाश की जा रही है। उदयपुर से भी जालोर और जयपुर के लिए टीमें रवाना की गई, जो लगातार दबिश दे रही है।

4 सरकारी कर्मचारी निलंबित

पेपर लीक मामले में 4 सरकारी कर्मचारियों में प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार, वरिष्ठ शिक्षक रावताराम, कनिष्ठ सहायक पुखराज और सेकेंड ग्रेड टीचर भागीरथ को निलंबित किया गया है।

ये है मामला

गौरतलब है कि आरपीएससी की ओर से आयोजित की जा रही वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के 5वें दिन शनिवार को उदयपुर में जीके का पेपर लीक हो गया था। इसके बाद आयोग ने जीके के पेपर को निरस्त कर दिया। निरस्त पेपर अब 29 जनवरी को होगा। उधर आरपीएससी ने उदयपुर में पकड़े गए सभी 46 अभ्यार्थियों को आयोग की परीक्षाओं से हमेशा के लिए रोक लगा दी है। पकड़े गए सभी बदमाशों को रविवार को जज के सामने पेश किया गया। जहां से 5 दिन के रिमांड पर लिया गया है। पुलिस आरोपियों के अन्य कनेक्शन का पता लगाने में जुटी है। आरोपों से लगातार पूछताछ की जा रही है।

गिरोह के सरगना के साथ ही और भी सदस्य सामने आने की संभावना है। अभी तक मामले में 55 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। मिश्रा का दावा है कि इस गैंग से जुड़े किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा। वह स्वयं भी इस की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

गिरफ्तार छात्रों में 43 जालोर से, एक-एक बीकानेर और जोधपुर से

1. दिनेश चौधरी, 2. जगदीश कुमार, 3. कमलेश कुमार, 4. प्रकाश बिश्नोई, 5. सुनीलकुमार, 6. कपिल विश्नोई, 7. दिनेश विश्नोई, 8. सुरेश चौधरी, 9. नगेन्द्र कुमार, 10. सुभाषकुमार, 11. मगनलाल, 12. सुनीलकुमार, 13. रमेश पुरोहित, 14. श्रवणकुमार, 15. भेराराम, 16. सुखदेव, 17. नागराज, 18. लुणाराम, 19.रमेश राम, 20. बदराराम, 21. लाभुराम, 22.सुरेश कुमार विश्नोई, 23. संतोष विश्नोई, बीकानेर 24. गंगाराम मेघवाल, 25. भजनलाल, 26. रमेश कुमार, 27. सुनील विश्नोई, 28. नितिश विश्नोई, 29. महेन्द्र कुमार, 30. अर्जुनकुमार, 31. सांवलाराम, 32. सोवनीकुमारी, 33. सरोज खोखर, 34. मेनका, 35. निवेदिता 36. रघुनाथराम, 37. केहराराम, 38. अरविन्द कुमार, 39. जयश्री, 40.भजन लाल, 41. गणेश सियाल, जोधपुर, 42. नरेश कुमार, 43. रतनाराम, 44. सुरेश कुमार, 45. पीराराम।

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