हम पर आंच आई तो ठीक नहीं होगा…

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

रूस की पश्चिमी देशों की चेतावनी

तीन लाख रिजर्व सैनिकों को बुलाया

नई दिल्ली। यूक्रेन जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को पश्चिमी देशों को साफ और कड़ी चेतावनी दी है कि यदि उन पर किसी तरह की कोई आंच आई तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे। पुतिन ने पश्चिमी देशों पर रूस को कमजोर करने का आरोप लगाया है इसे देखते उन्होंने देश में सैन्य लामबंदी का आदेश दे दिया।

रूसी समाचार एजेंसी आरटी ने पुतिन के हवाले से यह बात कही। आरटी के अनुसार पुतिन ने कहा है कि पश्चिमी देश रूस को तोडऩे-नष्ट करने का आह्वान कर रहे हैं, लेकिन हमवतन का भविष्य सुरक्षित करने के लिए यह कदम उठा रहे हैं। विशेष सैन्य अभियान ‘यूक्रेन जंग’ का हमारा लक्ष्य अपरिवर्तित है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन के लुहांस्क पीपुल्स रिपब्लिक को मुक्त करा लिया गया है और डोनेत्स्क पीपुल्स रिपब्लिक डीपीआर को भी आंशिक रूप से मुक्त करा लिया गया है।

पश्चिमी देशों को पुतिन की चेतावनी

इसके साथ ही पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि यदि क्षेत्रीय अखंडता को खतरा पैदा हुआ तो रूस सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करेगा। इसे कोई झांसा नहीं समझा जाए। अपने देश की सैन्य मोर्चाबंदी के आदेश पर पुतिन ने दस्तखत कर दिए हैं और यह आज से ही लागू हो जाएगा। रूस के रक्षा मंत्री ने कहा कि देश में 3,00,000 रिजर्व सैनिकों को तैनात किया जाएगा।

डोनेत्स्क और लुहांस्क बनेंगे रूस का हिस्सा, शुक्रवार से वोटिंग

इस बीच, यूक्रेन के दो शहरों डोनेत्स्क और लुहांस्क को रूस का हिस्सा बनाया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार से वोटिंग होगी। पुतिन ने फरवरी में जंग छेडऩे से पहले यूक्रेन के इन दो शहरों को स्वतंत्र क्षेत्रों के तौर पर पहचान देने का एलान किया था। अब डोनेत्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन और आंशिक रूप से रूस के कब्जे में मौजूद ज़ापोरिज्ज्यिया क्षेत्र में शुक्रवार से जनमत संग्रह कराने की घोषणा की। यह घोषणा उनके करीबी सहयोगी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा इसकी जरूरत बताए जाने के बाद की गई है।

क्या है डोनेत्स्क और लुहांस्क की स्थिति

पूर्वी यूके्रन में रूस की सीमा से लगे डोनेत्स्क की गिनती एक समय यूके्रन के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर होती थी। यह डोनबास राज्य का मुख्य शहर है, जहां कई अहम खनिजों का भंडार है। यह शहर यूक्रेन के बड़े स्टील उत्पादक केंद्रों में से है। यहां की जनसंख्या करीब 20 लाख है। वहीं, लुहांस्क जिसे पहले वोरोशिलोवग्राद के नाम से जाना जाता था, यूक्रेन के लिए कोयले का अहम भंडार है। यह शहर भी डोनबास क्षेत्र का हिस्सा है और रूस के साथ सीमा साझा करता है। इस शहर का उत्तरी हिस्सा ब्लैक सी से लगता है।

इस क्षेत्र को लेकर रूस और यूक्रेन में क्यों है तनाव

डोनेत्स्क और लुहांस्क, यूके्रन के जिस डोनबास प्रांत का हिस्सा हैं वह रूस और यूके्रन के बीच तनाव की मुख्य जड़ रहा है। दरअसल, सोवियत संघ के विघटन के बाद डोनबास क्षेत्र यूक्रेन का हिस्सा बना। उधर, रूस का कहना है कि डोनबास की अधिकतर जनता रूसी भाषा बोलती है और इसलिए उसे यूके्रन के राष्ट्रवाद से बचाया जाना जरूरी है।

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