
- एसीबी कार्रवाई पर मंत्री शांति धारीवाल ने दिया सदन में जवाब
- भाजपा विधायक अशोक लाहोटी के स्थगन पर मंत्री ने दिया जवाब
- एसीबी ने 13 व्यक्तियों के फोन सर्विलांस पर रखे गए थे
- भाजपा राज से लेकर अब तक परिवहन विभाग में एसीबी की कार्रवाई होती रही है
- अशोक लाहोटी ने कहा, पकड़े गए 1.20 करोड़ रुपए किसके लिए जा रहे थे
जयुपर । एसीबी कार्रवाई में परिवहन विभाग के 8 अफसरों और 7 दलालों के पकड़े जाने का मामला विधानसभा में गूंजा। भाजपा विधायक अशोक लाहोटी के स्थगन के जवाब में मंत्री शांति धारीवाल ने शाम को सदन में परिवहन विभाग के खिलाफ की गई कार्रवाई पर सदन में जवाब दिया। मंत्री के जवाब से असतुष्ट भाजपा विधायकों ने सदन में हंगामा किया, हंगामे केि बाद भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया।
धारीवाल ने कहा, एसीबी कार्रवाई में परिवहन विभाग में व्यापक भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है
सदन में जवाब देते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, परिवहन विभाग में एसीबी की कार्रवाई में व्यापक भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। एसीबी ने 13 व्यक्तियों के फोन सर्विलांस पर रखे गए थे , 8 अफसरों और 7 निजी व्यक्तियों को पकड़ा है, परिवहन विभाग पर एसीबी लगातार कार्रवाई कर रही है।
भाजपा राज में परिवहन विभाग के खिलाफ एसीबी ने 13.12.13 से 16.12.18 तक 30 प्रकरण दर्ज किए, इनमें ट्रेप के 15, पद के दुरुपयोग के 15 प्रकरण दर्ज किए गए। ब 17.12.18 से अब तक परिवहन विभाग के खिलाफ 6 प्रकरण दर्ज किए, इनमें ट्रेप के 3 प्रकरण, पद के दुरुपयोग के 2 मामले दर्ज हुए। 16.2.20 को परिवहन अफसरों द्वारा अवैध वसूली की सूचना के मामले में कार्रवाई जारी है।
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंंद्र राठौड़ ने कहा, परिवहन विभाग में पूरी दाल ही काली है
मंत्री के जवाब पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने सवाल उठाए। लाहोटी ने पूछा, पकड़े गए 1.20 करोड़ रुपए किसके लिए जा रहे थे।
भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने कहा, पकड़ा गया जसवंत कौन है, इसके किससे संबंध हैं, क्या चार माह पहले भी पैसा बनीपार्क में पकड़ा गया था, 1 करोड़ 20 लाख रुपए एसीबी पकड़े तो यह बड़ा मामला है, 1.20 करोड़ रुपए किसको जा रहे थे, निजी बसों से वसूली का बड़ा रैकेट है, परिवहन विभाग के अवैध नाकों से वसूली होती है । आखिर में मंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायक सदन से वॉकआउट कर गए।