
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी महिलाओं को शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि महिलाएं सशक्त हो और समाज में सामाजिक और आर्थिक भूमिका हो।
हमने महिला दिवस के अवसर पर दो बड़े कानून बनाए। पहला- राज्य में पति की पैतृक सम्पति में महिलाओं को भागीदार बनाया है। ताकि महिला अगर अपने बदलबूते खड़ा होना चाहती है तो वह बैंक से कर लेकर अपना कारोबार खड़ा कर सके।
उन्होंने कहा कि दूसरा और मेरे लिए महत्वपूर्ण है मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना। यह योजना जंगलों में घास काटने वाली महिलाओं के लिए है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों महिलाएं चट्टान से गिरने की वजह से, नदियां क्रास करने के चलते दुर्घटनाओं का शिकार हो जाती हैं।

इसके अतिरिक्त वह जंगली जानवरों का शिकार भी हो जाती हैं। जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घर-घर गैस सिलेंडर पहुंचाकर लकड़ी का बोझा हटाया है। उसी दिशा में हमने मुख्यमंत्री घस्यारी योजना का प्रवाधान किया है।
उन्होंने कहा कि चार घोषणाएं मैंने की हैं। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ीमहिलाओं ने और आशा कार्यकर्ताओं ने कोविड काल में अपनी जान को जोखिम में डालकर हजारों लोगों की जान बचाई है। इसलिए हमने सभी आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को 10-10 हजार रुपए देने का ऐलान किया है।
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