ऋषि दत्तशरणानंद बोले-चूरू की भूमि में ज्ञान, भक्ति और वैराग्य की त्रिवेणी का संगम

वेदलक्षणा गोसंदेश यात्रा के चूरू आगमन पर दादाबाड़ी में सत्संग सभा हुई

चूरू। श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के संस्थापक गो ऋषि स्वामी दत्तशरणानंद महाराज ने कहा कि चूरू की भूमि में ज्ञान, भक्ति और वैराग्य का त्रिवेणी संगम है। उन्होंने कहा कि गायों का संवर्द्धन एवं पर्यावरण संरक्षण वर्तमान की आवश्यकता है। स्वामीश्री वेदलक्षणा गोसेवा संदेश के चूरू आगमन पर सोमवार को दादाबाड़ी में सत्संग सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि गोसेवा का अर्थ धरती, प्रकृति, देश व पर्यावरण की सेवा है।

उन्होंने कहा कि गाय तो भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन आज गोपालन की छूटती वृति ने प्रकृति के लिए चुनौती बन गई है। इसलिए हमें घर घर गोपालन की वृति अपनानी होगी। स्वामीश्री ने यात्रा उद्देश्य पर चर्चा करते हुए कहा कि हमें केवल सरकार पर नहीं वरन आत्मनिर्भर बनकर गोसंरक्षण करना होगा। उनका कहना था गाय दिव्य आलोकिक शक्ति है। इससे पूर्व उन्होंने संगोष्ठी में चूरू के जयदयाल गोयनका के भारतीय सनातन संस्कृति को दिए अवदान पर चर्चा करते हुए कहा कि भाईजी हनुमान प्रसाद पौद्दार महान पुरुष थे।

राजस्थान गोसेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गिरि महाराज ने कहा कि ये ऋषि-मुनियों का देश है और गाय हमारी संस्कृति है। गोपाल संघ के स्वामी जगदीश गिरि ने कहा कि यह यात्रा इसलिए आई है कि हम गाय के प्रति अपने कर्तव्य बोध समझें। स्वामी मनोहर शरण ने विचार व्यक्त किया। संचालन जिला गोसेवा समिति के विमल सारस्वत ने किया।

स्वामीश्री ने भामाशाह प्रदीप सरावगी, जगदीश जैसनसरिया, सांवर मल बजाज आदि को सम्मानित किया। संतश्री ने पूर्व विधायक राजकुमार रिणवा, विश्वनाथ गोटेवाला, डॉ.अमरसिंह शेखावत, सुशील बजाज, सुनील सरावगी, ललित दाधीच, विमल जोशी, शैलेंद्र शर्मा, श्रीराम पीपलवा, सुधाकर सहल, महेश मिश्रा, सुरेंद्र बावलिया, रविशंकर, महेश हारित व कालू महर्षि आदि कार्यकर्ताओं का सम्मान किया।

प्रभात फेरी निकाली: इसीक्रम में सुबह 6 बजे निकली प्रभात फेरी में बड़ी संख्या में शामिल हुए गोभक्तों ने संकीर्तन से वातावरण आध्यात्मिक बना दिया। संत समाज ने मार्गों में जहां तहां बिखरी पॉलीथिन थैलियां एकत्रित कर पॉलीथिन मुक्त भारत अभियान का संदेश दिया।

संपन्न हुआ गोयज्ञ : हनुमानगढ़ी स्थित श्रीकृष्णा गोशाला में गोयज्ञ संपन्न हुआ। स्वामी दत्तशरणानंद महाराज ने हनुमानगढ़ी में गो चिकित्सालय के लिए पथमेड़ा गोधाम की ओर से एक लाख रुपए का चेक प्रदान किया।

सारस्वत बने जिलाध्यक्ष : सभा में राजस्थान गोसेवा समिति के प्रदेशाध्यक्ष दिनेश गिरि ने विमल सारस्वत को समिति के जिलाध्यक्ष का दायित्व सौंपा।

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