सुनेल
होलकर स्टेट इंदौर के जमाने में सबसे हरे-भरे एवं खूबसूरत कस्बे में शुमार अहिल्यादेवी की नगरी सुनेल अन्य कस्बों एवंम शहरों की भांती अतिक्रमण की भेट चढ़ता जा रहा है। कस्बे के बस स्टैंड पर डिवाइडर के दोनों साइड ठेले वालों ने अतिक्रमण का स्थाई ठेले लगा लिए है स्थाई दुकान वालों ने कई फुट रोड पर सामान फैला कर अस्थाई अतिक्रमण कर लिया। शहर के हर चोराहे एवं मुख्य मार्गों पर ठेली, पटरी एवं अन्य लोगों ने कब्जा जमाना शुरू कर दिया है। जो आने वाले समय में कस्बे को जाम जैसी समस्या से गुजरना पड़ता है। सुनेल ग्राम पंचायत कार्यालय से लेकर भवानीमंडी का मुख्य मार्ग टूलेन सड़क है लेकिन किसी सिंगल पट्टी मार्ग से कम नही ऐसा इसलिए कह रहे क्योकि ग्राम के अति व्यस्ततम रोड़ अस्थाई अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है। रेवेन्यू रिकॉर्ड के अनुसार सुनेल ग्राम पंचायत से लेकर आहू नदी तक 8 गठ्ठे जमीन यानी 90 फुट का रास्ता है जो सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं ग्राम पंचायत का है। लिहाजा यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है आए दिन सड़क पर जाम लगता है। कई वर्षों से ग्राम पंचायत द्वारा पुलिस विभाग द्वारा अतिक्रमण को हटाने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की गई जिसके चलते हुए अतिक्रमण करने वालों के हौसले बुलंद है। वहीं दूसरी ओर अस्थाई अतिक्रमण के चलते हुए कई छोटे-मोटे हादसे हो गए। सुनेल कस्बे में जगह-जगह मुख्य मार्गों के किनारे खाने पीने की चीजों फल सब्जी आदि के ठेले देखने को मिल जाते हैं अवैध रूप से बस स्टैंड के डिवाइडर के पास और सड़क के किनारों पर इनका कब्जा है। इस तरह के ठेलों से आए दिन बड़ी दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती है। पेट्रोल पंप के पास टेंट लगाकर कई चाय की होटल वालों ने अस्थाई अतिक्रमण कर लिया है। प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई तो आने वाले समय में यातायात के लिए बड़ी परेशानी साबित होगी। छोटी मोटी घटनाएं जैसे दोपहिया वाहनों का फिसल जाना, दो वाहनों का आपस में टकरा जाना इत्यादि घटनाएं होती ही रहती हैं। इन ठेलों की वजह से गाड़ी चलाना तो दूर लोगों का सड़क के किनारे पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. क्योंकि सड़क किनारे इनका अवैध कब्जा होने की वजह से फुटपाथ पर पैदल चलने की जगह ही नहीं होती। सड़क के दोनों तरफ ठेले और अस्थाई रूप से फलों अन्य सामानों की दुकान वालों का कब्जा रहता है। इस कारण से किसी दिन कोई बड़ी दुर्घटना बिगड़ सकती है यह स्थिति लगभग पूरे शहर में ही देखने को मिल जाती है। नगर में पल-पल में जाम की स्थिति बनी रहती है कहीं बाहर जीवनदायिनी एंबुलेंस भी इस जाम में फंसी हुई नजर आई।
मंदिर के सामने भी अस्थाई अतिक्रमण
ऐतिहासिक राम मंदिर के सामने राम मंदिर से कचहरी चौक रास्ते पर चाय के ठेले द्वारा ठेले, सामान स्थाई खड़े कर टेंट लगाकर कर अतिक्रमण करने से सड़क सिकुड़ गई। इससे स्कूल में जाने वाले छात्राओं को विद्यार्थी को परेशानी का सामना करना पड़ता है वहीं दूसरी ओर मंदिर में दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों को को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अतिक्रमण करने वाले के हौसले इतने बुलंद है की राम मंदिर चौक में धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन होने के दौरान भी यह अतिक्रमण नहीं हटाते हैं जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।