महिला अत्याचार की जनक व्यक्ति की सोच : सेंगाथीर

नाता प्रथा और बाल विवाह पर रोक के लिए समाज जागरूक हो : नकाते

भीलवाड़ा। अजमेर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एस. सेंगाथीर ने कहा की अपराध के पीछे लोगों की एक ही सोच है की महिलाएं कमजोर है। इसी सोच के कारण महिलाओं के साथ अपराध होते है। हमें इसी सोच को बदलना होगा। आईजी सेंगाथीर आज नगर परिषद के महाराणा प्रताप सभागार में पुलिस विभाग की ओर से आयोजित आवाज दो महिला सशक्तिकरण व जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।

आईजी ने समाज में शिक्षा व आर्थिक विकास के बढ़ते प्रतिशत पर बोलते हुए कहा की हमें इसी तरह महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देना है। निर्भया कांड और थानागाजी गैंगरेप केस की संक्षिप्त जानकारी देते हुए आईजी ने कहा की इन केसों में अश्लील वीडियों को वायरल करने मात्र से एक व्यक्ति को पांच साल कैद की सजा मिली है। उन्होंने गैंगरेप सहित किसी भी प्रकार के अश्लील वीडियों को जो मोबाइल में गलती से आ गए हो वायरल नहीं करने की बात कही।

कार्यक्रम के दौरान स्पीकअप एप के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाने वाले भीलवाड़ा साइबर सेल के आशीष व टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने अधिक से अधिक बालिकाओं व महिलाओं को भी इस एप को डाउनलोड कर जरूरत पडऩे पर उपयोग करने की बात कही। अजमेर से आए शिक्षाविद रामविलास ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की भीलवाड़ा की धरती ने हमेशा सराहनीय कदम उठाए है।

महिला सशक्तिकरण में वैसे तो शिक्षकों की अहम भूमिका है, लेकिन पुलिस विभाग ने जो कदम उठाया है वह सराहनीय है। स्पीकअप आवाज दो कार्यक्रम के तहत क्लबों का गठन किया जाएगा। शिकायत पेटिकाएं स्थापित की जाएगी। गीत, नाटक, कविता एवं खेल से हमें इस कार्यक्रम के अंतर्गत अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन लाना होगा। स्पीकअप एप की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की इसमें महिला व बालिका को अपने गार्जन के मोबाइल नम्बर डालने होते है।इसकी प्रक्रिया पूरी होने पर कोई भी घटना होने पर तीन जगह संदेश जाते है। इनमें कंटोल रूम, पुलिस थाना व परिजन तीनों को सूचना मिल जाती है की आप मुसीबत में हो। सूचना मिलते ही पुलिस 10 मिनिट के अंदर आप तक पहुंचेगी।

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