
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि आईसीएमआर ने जयपुर के बाद जोधपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज को कोरोना से संक्रमित और गंभीर रूप से पीडि़त लोगों का प्लाज्मा थैरेपी से इलाज करने के ट्रायल की अनुमति दी है। अब प्रदेश में दो सरकारी और एक निजी चिकित्सा संस्थान में प्लाज्मा थैरेपी के जरिए इलाज करवाया जा सकेगा।
प्लाज्मा थैरेपी से इलाज करने के ट्रायल की जोधपुर में अनुमति
डॉ. शर्मा ने बताया कि कोटा, बीकानेर, अजमेर और उदयपुर मेडिकल कॉलेज को आईसीएमआर से ट्रायल की अनुमति लेेने के निर्देश दिए हैं, ताकि प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा मेडिकल कॉलेजों में प्लाज्मा थैरेपी की सुविधा को विकसित किया जा सके।
प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना मरीजों का इलाज जल्द
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस थैरेपी के द्वारा इलाज से प्रदेश में कोरोना से होनी वाली मृत्यु दर पर कमी लाई जा सकेगी।
प्लाज्मा थैरेपी से जोधपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज को कोरोना से संक्रमित और गंभीर रूप से पीडि़त लोगों का इलाज
गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना की मृत्युदर महज 2.79 प्रतिशत है। वर्तमान में 1475 ए िटव कोरोना पॉजीटिव मरीज उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 2 बजे तक प्रदेश में 3491 मरीजों को कोरोना पॉजीटिव चिन्हित हुए हैं। इनमें से 1916 मरीज पॉजीटिव से नेगेटिव हो गए हैं, जबकि 1620 को तो अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। प्रदेश में बेहतरीन चिकित्सकीय प्रबंधन, सुविधाओं और चिकित्सकों की मेहनत से मरीज तेजी से रिकवर हो रहे हैं।