विप्र फाउंडेशन की राष्ट्रीय परिषद का दो दिवसीय अधिवेशन ऋषिकेश में 21 मार्च से

vipr foundation
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बीकानेर। ब्राम्हण समाज के वैश्विक संगठन विप्र फाउंडेशन (विफा) की इस वर्ष की पहली राष्ट्रीय परिषद का दो दिवसीय अधिवेशन 21 व 22 मार्च 2020 को ऋषिकेश में आयोजित होगा। उत्तराखण्ड राज्य में विफा का यह पहला आयोजन होगा। इससे पूर्व देश के 10 राज्यों के वृन्दावन, हैदराबाद, रायपुर, उदयपुर, तिरुपति, कोलकाता, श्री जग्गनाथ पुरी, नागपुर, गुड़गाँव, मुंबई व बेंगलुरू में संस्था के वार्षिक अधिवेशन हो चुके हैं। विफा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी संजय जोशी ने यहां बताया कि विप्र फाउंडेशन का ग्यारहवाँ अधिवेशन देवभूमि में माँ गंगा के पावन तट पर होने जा रहा है।

इस वर्ष के अधिवेशन की खास बात यह है कि इसमें संस्था की राष्ट्रीय कार्यकारिणी व प्रान्तीय अध्यक्ष व मंत्रियों के अलावा जिला व तहसील के अध्यक्ष व मंत्रियों को भी शामिल किया गया है। अधिवेशन में सभी योजनाओं के प्रभारी एवं कुछ विशिष्ट सामाजिक व्यक्तित्वों को आमंत्रित किया गया है। जोशी ने बताया कि संस्था को जमीनी स्तर तक और अधिक सक्रिय करने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि विप्र फाउंडेशन द्वारा आयोजन की सुव्यवस्थाओँ हेतु एक सात सदस्यीय समन्वय समिति गठित की गयी है। समिति के संयोजक द्वय का दायित्व सहारनपुर के जाने माने ट्रांसपोर्ट व्यवसायी व चूरू जिले के मूल निवासी आशीष शर्मा तथा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में कार्यरत नागौर के मूल निवासी निर्मल सांखी को दिया गया है। समिति के अन्य सदस्यों में क्रमश: कुलदीप राजपुरोहित (कोलकाता), विष्णु पारीक (सीकर) नरेन्द्र पालीवाल (उदयपुर) मुकेश रामपुरा (राजगढ़) एवं गोपाल जोशी (बीकानेर) हैं।