
- आयुर्वेद और हौम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को अपनाकर इम्यूनिटी बढाने पर दिया जोर
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड-19 के प्रभावी उपचार में आयुष मंत्रालय के दिशा निर्देशों को बढावे देने की बार बार पुरजोर अपील के बाद अब कई राज्य सरकारें अपने नागरिकों की इम्यूनिटी बढाने के लिये आयुर्वेदिक दवाओं और होम्योपैथी प्रतिरक्षा बूस्टर दवाईयों का उपयोग कर रहे हैं ।
प्रधानमंत्री की सीख पर अमल करते हुए इन राज्यों ने इन दवाओं का व्यापक वितरण भी शुरू कर दिया है तो कई राज्य हल्के लक्षणों के साथ क्वारेंटिन रोगियों के लिए इन बूस्टर दवाओं का उपयोग कर रहे हैं ।
आयुष मंत्रालय के दिशा निर्देशों को बढावे देने की बार बार पुरजोर अपील के बाद अब कई राज्य सरकारें अपने नागरिकों की इम्यूनिटी बढाने के लिये आयुर्वेदिक दवाओं और होम्योपैथी प्रतिरक्षा बूस्टर दवाईयों का उपयोग कर रहे हैं ।
मध्यप्रदेश आयुष विभाग के उप निदेशक पीसी शर्मा ने बताया कि राज्य ने पहले से ही आयुर्वेदिक उत्पादों जैसेशेषमणि वटी और त्रिकटु के पैकेटों का बड़े पैमाने पर वितरण शुरू कर दिया था।
भोपाल, इंदौर और उज्जैन के अनेक हॉट स्पॉट क्षेत्रों में क्वारेंटिन 700 से अधिक रोगियों की इ यूनिटी बढाने के लिए आयुष विभाग की ओर से तैयार की गई आरोग्य20 का वितरण दिन में दो बार किया गया। उसके अच्छे परिणाम सामने आए।
तमिलनाडु में चलाए जा रहे आरोग्यम अभियान के तहत तकरीबन एक लाख से अधिक परिवारों को हर्बल कंकोसस कबासुरा कुडिनेर और नीलवेम्बू कुडिनेर दिया गया। वहां के भारतीय चिकित्सा और होम्योपैथी विभाग के निदेशक एस गणेशन ने कहा कि राज्य के कई जिलों में 13 लाख लोगों को विशेष रूप से कोविड-19 रोगियों के प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों के लिए सिद्धा कोनकोसन दिया जा रहा है। अब चेन्नई में इसका वितरण शुरू कर दिया गया है।
उन्होने बताया कि केंद्रीय टीम को भी इस कॉम्बिनेशन के उपयोग की सिफारिश का सुझाव दिया है। कर्नाटक ने आयुष मंत्रालय के दिशानिर्देशों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए घर-घर अभियान शुरू किया है।
आयुर्वेद विभाग के अधिकारी प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों में संशमनी वटी और अश्वगंधा, हो योपैथी दवा आर्सेनिक एल्बम और दो यूनानी दवाओं के आयुर्वेदिक संयोजन का वितरण कर रहे हैं।